उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जातिगत रैलियों प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन इस प्रतिबंध को और व्यापक बनाने की मांग हो रही है। प्रसिद्ध पत्रकार हसन सुरूर ने टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित अपने एक लेख में तर्क दिया है कि अगर यूपी सरकार विभाजनकारी संस्कृति युद्धों को समाप्त करने के प्रति गंभीर है, तो इस प्रतिबंध को धर्म के नाम पर सार्वजनिक प्रदर्शनों, यानी धार्मिक जुलूसों पर भी लागू किया जाना चाहिए।