औरैया हादसे में मारे गए प्रवासी मज़दूरों और घायलों के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। मरने वाले लोगों के शवों और घायलों को खुले ट्रकों में लादकर झारखंड के लिए भेज दिया गया। शव तो रास्ते में ही डिकंपोज (सड़ने) भी होने लगे थे। लेकिन जब यह तवसीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आपत्ति जताई तो इस मामले में अफरा-तफरी में इसे 'ढकने' की कोशिश की गई।