दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे बनाने के रास्ते में आने वाले क़रीब 11000 पेड़ों को बचाने के पर्यावरण प्रेमियों के प्रयासों को झटका लगा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने बिना किसी ख़ास बदलाव के उस एक्सप्रेसवे के लिए हरी झंडी दे दी है।
दिल्ली-दून एक्सप्रेसवे को एनजीटी की हरी झंडी, 11000 पेड़ काटे जाएंगे!
- उत्तराखंड
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- 14 Dec, 2021
हाइवे के निर्माण में अक्सर पर्यावरणीय अनदेखी का आरोप लगने पर काम शुरू होने में देरी होती रही है, लेकिन जानिए एनजीटी ने किस आधार पर दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के लिए हरी झंडी दी।

तसवीर एनएच 334बी की है। (प्रतीकात्मक)
क़रीब 210 किलोमीटर लंबे प्रस्तावित इस एक्सप्रेसवे पर क़रीब 19 किलोमीटर के दायरे में ये पेड़ आएँगे। देहरादून स्थित एक एनजीओ 'सिटीज़ंस फोर ग्रीन दून' ने इन पेड़ों को बचाने के लिए इसी साल सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। याचिकाकर्ताओं ने पेड़ों को बचाने के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता तलाशने की गुहार लगाई थी। अदालत ने इस मामले को एनजीटी को सुनवाई करने के लिए कहा था।