बीजेपी में आपका स्वागत है । दलबदलू हो या फिर भ्रष्टाचारी चुनाव जिता सकते हैं तो बीजेपी के दरवाज़े खुले है । क्या ये एक जीतने वाली पार्टी का संकेत है या फिर कहीं मोदी को भरोसा नहीं है कि पार्टी बहुमत से दूर न रह जाये ? आखिर 370 का दावा करने वाली पार्टी को दलबदलुओं की क्यों ज़रूरत हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में प्रेम कुमार, विजय त्रिवेदी, विजय ग्रोवर और अजय शुक्ला ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।