सुवेंदु अधिकारी और बृंदा करात
निज़ाम पैलेस से पांच भाजपा विधायकों के साथ रवाना होते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा- “अगर अदालत आज भी मुझे वापस आने का आदेश देती है तो मैं वापस आ जाऊंगा। मुझे नहीं पता कि वे (सरकार) कोर्ट के पास जाएंगे या नहीं, मैं वही कह रहा हूं जो मैंने सुना है। लेकिन अगर कोर्ट से कोई रोक नहीं है, तो अदालत के आदेश के बावजूद पुलिस ने मुझे अवैध रूप से रोका तो मैं जस्टिस कौशिक चंदा का दरवाजा खटखटाऊंगा।”
कलकत्ता हाईकोर्ट ने सोमवार को अधिकारी को संदेशखाली जाने की अनुमति दी थी। कोर्ट ने भाजपा नेता को अशांत क्षेत्र में कोई भी भड़काऊ भाषण नहीं देने या कोई कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा नहीं करने का भी निर्देश दिया था। अधिकारी ने कहा था- "मैं वहां जाना चाहता हूं और स्थानीय लोगों से बात करना चाहता हूं। मैं वहां के लोगों के साथ खड़ा होना चाहता हूं।"