क्या आप ऐसा सोच सकते हैं कि भारत की सुप्रीम कोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाए और किसी मसले पर अच्छे-खासे ढंग से डांट लगा दे। भारत में ऐसा होना मुश्किल लगता है लेकिन पड़ोसी मुल्क़ पाकिस्तान में बीते रोज़ ऐसा हुआ और एक मामले में वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान को वहां की सुप्रीम कोर्ट ने न सिर्फ़ तलब किया बल्कि खरी-खोटी भी सुनाई।
पाकिस्तान: सुप्रीम कोर्ट ने इमरान को तलब कर लगाई डांट, क्या भारत में ऐसा संभव है?
- दुनिया
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- 11 Nov, 2021
पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट का इमरान ख़ान को बुलाना और सवाल पूछने के साथ ही डांट भी लगाना, इससे इस बात का पता चलता है कि वहां की न्यायिक व्यवस्था मजबूत है।

यहां जिक्र करना ज़रूरी होगा कि पाकिस्तान को ऐसे मुल्क़ के तौर पर पेश किया जाता है, जहां जम्हूरियत नहीं है और विशेषकर भारत में उसके बारे में दिन-रात ऐसा प्रचार किया जाता है कि वहां किसी तरह की न्याय या क़ानून व्यवस्था नहीं है और वह पूरी तरह बर्बाद हो चुका है।
क्या है मामला?
सुप्रीम कोर्ट ने इमरान ख़ान को दिसंबर, 2014 में पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए आतंकी हमले के मामले में तलब किया था। इस हमले में कुल 147 लोग मारे गए थे जिनमें 132 बच्चे थे। यह हमला तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने किया था।
मामले की सुनवाई कर रही बेंच में पाकिस्तान के चीफ़ जस्टिस गुलज़ार अहमद, जस्टिस काज़ी मोहम्मद अमीन अहमद और जस्टिस इजाज़ुल अहसान शामिल थे।