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तालिबान ने काबुल को चारो ओर से घेरा, 'शांतिपूर्ण हस्तांतरण' के लिए बातचीत 

तालिबान लड़ाके अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल शहर के दरवाजे पर पहुँच गए हैं। उन्होंने काबुल को चारो ओर से घेर लिया है। तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा है कि लड़ाकों से कहा गया है कि वे ज़बरन और हिंसक तरीके से काबुल में दाखिल न हों। 

शाहीन ने कहा है कि शांतिपूर्ण हस्तांतरण के लिए अफ़ग़ान सरकार से बात की जा रही है। 

उन्होंने कहा है कि लड़ाके काबुल शहर के बिल्कुल बाहर हैं, लेकिन शहर के अंदर नहीं घुसे हैं।

तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि अफ़ग़ान सरकार से गंभीर बातचीत चल रही है और उस पर निर्भर है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपे और किसी तरह की हिंसा न हो।

इसके पहले रॉयटर्स ने कहा था कि तालिबान के लड़ाके काबुल शहर में दाखिल हो चुके हैं।

उसने कहा था कि आतंरिक सुरक्षा मंत्री का कहना है कि लड़ाके चारों ओर से शहर में प्रवेश कर रहे हैं और अमेरिका व यूरोपीय संघ के कर्मचाारियों ने सुरक्षा की गुहार लगाई है। 

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क्या कहना है तालिबान प्रवक्ता का?

तालिबान के एक प्रवक्ता ने दोहा स्थित मुख्यालय में कहा है कि लड़ाकों से कहा गया हैकि वे जहां तक हो सके हिंसा से बचें। उनसे कहा गया है कि शहर छोड़ कर जाने वाले नागरिकों को रास्ता दे दें । महिलाओं से अपील की गई है कि वे सुरक्षित जगहों पर चली जाएं। 

दूसरी ओर अमेरिका ने कहा है कि उसकी सेना की कोर टीम के लोग काबुल हवाई अड्डे पर हैं। 

उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नेटो) ने कहा है कि उसके और कुछ यूरोपीय देशों के लोग सुरक्षित जगहों पर चले गए हैं। 

बाद में तालिबान के प्रवक्ता ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि काबुल शहर में उसके लड़ाके दाखिल नहीं हुए हैं, उन्हें ऐसा नहीं करने को कहा गया है। 

बीबीसी ने कहा कि इसके बावजूद उसके रिपोर्टर ने काबुल में गोलीबारी की आवाज़ें सुनी हैं।

क्या कहा अफ़ग़ान सांसद ने?

दूसरी ओर अफ़ग़ान सांसद फ़रज़ाना इलहाम ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि उन्होंने काबुल में गोलीबारी की आवाजें सुनी हैं, लोग बुरी तरह से डरे हुए हैं, परेशान हैं। यह समझ में नही आ रहा है कि अब आगे क्या होगा। 

taliban reaches afghanistan capital kabul - Satya Hindi
अशरफ़ ग़नी, राष्ट्रपति, अफ़ग़ानिस्तान

पद से हटेंगे राष्ट्रपति

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी सत्ता से हट सकते हैं। अफ़ग़ानिस्तान के आंतरिक मंत्री ने अब्दुल सत्तार मिर्जाकवल ने कहा है कि इस पर सहमति बन गई है कि काबुल पर हमला नहीं किया जाएगा, सत्ता हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होगा। 

तालिबान राजनीतिक विंग के प्रमुख मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर क़तर से अफ़ग़ानिस्तान के लिए निकल चुके हैं। 

एअर इंडिया की अंतिम उड़ान

भारत की सरकारी हवाई कंपनी एअर इंडिया अफ़ग़ानिस्तान से अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर रही है। रविवार को काबुल से एक चार्टर्ड जहाज दिल्ली के लिए उड़ा जिसमें राजधानी और उसके आसपास रहने वाले लोग सवार थे। एअर इंडिया की काबुल से हफ़्ते में तीन उड़ानें होती रही हैं।

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क़मर वहीद नक़वी
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