मध्य पूर्व में सनसनीखेज हलचल है! ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हवाई हमलों ने पहले से ही तनावग्रस्त क्षेत्र को आग के हवाले कर दिया है! राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस क़दम ने वैश्विक मंच पर तीखी बहस छेड़ दी है और दुनिया दो खेमों में बँटी दिख रही है। कुछ देश इसे समर्थन दे रहे हैं, तो कुछ इसे अंतरराष्ट्रीय क़ानून की धज्जियाँ उड़ाने वाला क़दम बता रहे हैं। विश्व समुदाय की मिली-जुली प्रतिक्रियाओं और कूटनीति की पुकार के बीच सवाल यह है: क्या यह संघर्ष शांति की ओर बढ़ेगा या मध्य पूर्व को और अराजकता की भट्टी में झोंक देगा?
ईरान पर अमेरिकी हमलों पर दो खेमों बँटी दुनिया; जानिए, किस देश ने क्या कहा
- दुनिया
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- 22 Jun, 2025
ईरान पर अमेरिकी हमलों के बाद दुनिया दो खेमों में बँट गई है। कुछ देश अमेरिका का समर्थन कर रहे हैं, तो कई राष्ट्र विरोध में खड़े हैं। जानिए कौन-सा देश क्या पक्ष ले रहा है और इसके पीछे क्या है उनकी कूटनीति?

दरअसल, संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों- फ़ोर्दू, इसफ़हान और नतन्ज़ पर हवाई हमले किए। इससे इसराइल और ईरान के बीच पहले से चल रहे युद्ध में तनाव और बढ़ गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार देर रात एक बयान में दावा किया कि इन हमलों ने ईरानी परमाणु सुविधाओं को पूरी तरह तबाह कर दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तेहरान शांति स्थापित नहीं करता तो ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को खत्म करने के लिए और हमले किए जाएंगे। ईरान ने इन हमलों की पुष्टि की और कहा कि परमाणु स्थलों पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों को हमलों से पहले सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था। अमेरिका की इस कार्रवाई पर क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर व्यापक प्रतिक्रियाएँ आई हैं।