असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) में शनिवार को घोषित बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) चुनाव के नतीजों ने राजनीतिक समीकरणों को पूरी तरह बदल दिया है। इस चुनाव में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी को भारी असफलता मिली है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा जिस तरह से इस छोटे से चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम नैरेटिव खड़ा कर रहे थे, उसे भारी झटका लगा है। पूर्व विद्रोही नेता हग्रामा मोहिलारी के नेतृत्व वाली बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने 40 सीटों वाली इस काउंसिल में 28 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया। वहीं, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को 7 और सत्तारूढ़ बीजेपी को महज 5 सीटें मिलीं। दोनों इस बार गठबंधन में नहीं थे। यह नतीजा 2020 के चुनावों से बिल्कुल उलट हैं, जब यूपीपीएल-भाजपा गठबंधन ने बीपीएफ को सत्ता से बाहर कर दिया था। चुनाव विश्लेषक इसे 2026 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी बता रहे हैं।