पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यह नीति वाहन मालिकों को नई गाड़ियाँ खरीदने के लिए मजबूर कर रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर बोझ पड़ रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इस नीति के पीछे वाहन निर्माता कंपनियों का दबाव है।