मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, इतिहासकारों और नौकरशाहों सहित अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों ने एक बयान जारी कर सुप्रीम कोर्ट से बिलकीस बानो मामले में दोषियों की जल्द रिहाई को रद्द करने का आग्रह किया है। 2002 के बिलकीस बानो बलात्कार मामले में 4 दिन पहले ही 11 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा पूरी करने से पहले ही रिहा किया गया है। इसी संदर्भ में यह बयान आया है।
6,000 लोगों की SC से अपील- बिलकीस के दोषियों की रिहाई रद्द हो
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- 19 Aug, 2022
बिलकीस बानो के बलात्कार के दोषियों की रिहाई के ख़िलाफ़ आख़िर विरोध क्यों बढ़ता जा रहा है? जानिए 6000 से ज़्यादा लोगों ने सुप्रीम कोर्ट से उसकी रिहाई को रद्द करने की अपील क्यों की।

इस बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में 6,000 से अधिक आम नागरिक, जमीनी स्तर के कार्यकर्ता, मानवाधिकार कार्यकर्ता, प्रख्यात लेखक, इतिहासकार, विद्वान, फिल्म निर्माता, पत्रकार और पूर्व नौकरशाह शामिल हैं। सहेली महिला संसाधन केंद्र, गमना महिला समूह, बेबाक कलेक्टिव, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ सहित प्रमुख समूह भी हस्ताक्षरकर्ताओं में शामिल हैं।