केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी कराए जाने की घोषणा इस साल मार्च के आख़िरी पखवाड़े में हुई और अब परीक्षा नज़दीक भी आ गई। परीक्षा से पहले अभ्यर्थी और उनके अभिभावक परेशान हैं। कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड में गड़बड़ियों की शिकायतें हैं तो कई ऑनलाइन परीक्षा के प्रति संकोची हैं। एक ही दिन अलग-अलग विषयों की अलग-अलग पारियों में होने वाली परीक्षाओं के लिए कुछ अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र अलग-अलग शहर दे दिए गए हैं। अधिकतर छात्र इस संकोच में हैं कि परीक्षा का क्या पैटर्न होगा और किस तरह के सवाल होंगे? क्या कोरोना के समय सिलेबस में की गई 30 फ़ीसदी कटौती वाले चैप्टर से सवाल नहीं आएँगे?
सीयूईटी 2022: छात्रों की ढेरों शिकायतें, परीक्षा पैटर्न पर असमंजस क्यों?
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- 14 Jul, 2022
क्या पूरी तैयारी के बिना ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट कराया जा रहा है और इसी वजह से छात्रों और अभिभावकों के सामने कई दिक्कतें आ रही हैं? जानिए, अभ्यर्थियों में क्यों है असमंजस की स्थिति।

प्रतीकात्मक तसवीर।
ऐसे ही सवालों, संदेहों और गड़बड़ियों के साये में सीयूईटी होगी। देश में 85 से ज़्यादा विश्वविद्यालयों में स्नातक के अलग-अलग कोर्स में प्रवेश के लिए सीयूईटी दो चरणों में आयोजित की जाएगी। नीट देने वालों की परीक्षा दूसरे चरण में होगी। पहली बार हो रही सीयूईटी के लिए क़रीब 15 लाख छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है।