नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर पूर्वोत्तर में उबाल है। इस क़ानून के ख़िलाफ़ असम, त्रिपुरा और मेघालय से शुरू हुए प्रदर्शन की आंच दिल्ली में जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय तक पहुंच गई है। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में इस क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किये जाने के वीडियो और फ़ोटो सोशल मीडिया में तेज़ी से वायरल हो रहे हैं। मुख्य विपक्षी राजनीतिक दल कांग्रेस सहित कई अन्य दलों ने इस क़ानून को विभाजनकारी बताते हुए इसकी जोरदार मुख़ालफत की है।
राज्यपाल रॉय : जो विभाजनकारी लोकतंत्र नहीं चाहते, उत्तर कोरिया चले जाएं
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- 14 Dec, 2019
मुख्य विपक्षी राजनीतिक दल कांग्रेस सहित कई अन्य दलों ने नागरिकता संशोधन क़ानून को विभाजनकारी बताते हुए इसकी जोरदार मुख़ालफत की है।
