लोकतंत्र को नापना हमेशा ही एक टेढ़ी खीर रही है लेकिन ब्रिटिश पत्रिका ‘द इकाॅनमिस्ट’ 2006 से लगातार इसे नापने की कोशिश कर रही है। इस पत्रिका का एक सहयोगी संगठन है- ‘द इकाॅनमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट’। यह संगठन दुनिया भर के देशों को कई पैमानों पर नापने की कोशिश करता है और इन्हीं में एक पैमाना लोकतंत्र का भी बनाया गया है। यह संगठन हर साल एक डेमोक्रेसी इंडेक्स भी जारी करता है।

फ़ाइल फ़ोटो
‘द इकाॅनमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट’ के डेमोक्रेसी इंडेक्स में इस बार जो साल 2020 का इंडेक्स जारी हुआ है उसमें भारत 6.61 अंक के साथ 53वें स्थान पर रहा है।
इस इंडेक्स में भारत हमेशा से ही त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र की श्रेणी में रखा जाता रहा है। दुनिया भर के देशों को चार श्रेणियों में बाँटा जाता है- पूर्ण लोकतंत्र, त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र, हाईब्रिड व्यवस्था और पूर्ण तानाशाही। इसके तहत सभी देशों में चुनाव व्यवस्था, निष्पक्ष चुनाव, प्लूयरलिज़्म और नागरिक अधिकारों की स्थिति को देखते हुए अंक दिए जाते हैं और तय किया जाता है कि वे किस स्थान के लायक हैं।