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चेन्नई में प्रदर्शन करते लोग।

नागरिकता क़ानून: चेन्नई में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, कई लोग घायल

नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ चेन्नई में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने शुक्रवार रात को जमकर लाठीचार्ज किया है। चेन्नई के वाशरमैनपेट इलाक़े में नागरिकता क़ानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ इकट्ठा हुए हज़ारों लोग केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी कर रहे थे। ख़बरों के मुताबिक़, हालात तब बिगड़ने शुरू हुए जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से जबरदस्ती हटाना शुरू किया। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई और पुलिस ने लाठीचार्ज करके वहां से लोगों को हटा दिया। 

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इंडिया टुडे के मुताबिक़, पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों की ओर से पत्थरबाज़ी की गई और इसमें चार पुलिस अधिकारी घायल हो गये हैं। घायलों में एक महिला पुलिस उपायुक्त, दो महिला कर्मचारी और एक सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे अपने हक़ के लिये प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है। इसके बाद कई लोग वहां इकट्ठा हो गये और प्रदर्शनकारियों को छोड़ने की मांग करने लगे। 

बताया गया है कि इस प्रदर्शन में कई संगठनों के लोग शामिल थे और बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद तमिलनाडु के कई इलाक़ों - मदुरै, ट्रिची और कोयंबटूर में लोग सड़कों पर उतर आये और पुलिस के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। चेन्नई में ही अलंदपुर, म्यालापोर, तंबारम और रेड हिल्स के इलाक़ों में लोगों ने पुलिस के लाठीचार्ज के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया। 

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चेन्नई के पुलिस आयुक्त ए.के. विश्वनाथन ने मुसलिम संगठनों से बात की। इसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिये गये लोगों को छोड़ दिया। नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ तमिलनाडु में कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। 

बीजेपी और हिंदू संगठनों की ओर से एक ओर जहां नागरिकता क़ानून के समर्थन में रैलियां निकाली जा रही हैं वहीं दूसरी ओर इस क़ानून के विरोध में लोग लगातार एकजुट हो रहे हैं। इसे लेकर चेन्नई में पुलिस पूरी तरह अलर्ट है।

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क़मर वहीद नक़वी
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