बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने दूसरी बार सत्ता में आने के बाद अपने घोषणा पत्र के मुद्दों पर तेज़ी से काम करना शुरू किया है। राजनीति के जानकार बताते हैं कि बीजेपी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एजेंडे को लागू करने की दिशा में काम कर रही है। लेकिन बड़ी बात यह है कि इस बार बीजेपी की गति तेज़ है जबकि अपने पहले कार्यकाल में उसने धीरे-धीरे इस दिशा में क़दम बढ़ाए थे।
तीन तलाक़, 370 के बाद नागरिकता संशोधन विधेयक...‘हिंदू राष्ट्र’ की ओर
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- पवन उप्रेती
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- 11 Dec, 2019


पवन उप्रेती
राजनीति के जानकार बताते हैं कि बीजेपी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एजेंडे को लागू करने की दिशा में काम कर रही है।
2013 में नरेंद्र मोदी को बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के पीछे आरएसएस का ही समर्थन था। 2014 में सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव रैलियों में तीन तलाक़ का मुद्दा उठाना शुरू किया और अपने पहले कार्यकाल में इससे जुड़े विधेयक को क़ानून बनाने की भी पूरी कोशिश की। लेकिन राज्यसभा में गणित अपने पक्ष में न होने के कारण तब ऐसा नहीं हो सका।
- Citizenship (Amendment) Bill 2019