क्या बीजेपी सरकार के ख़िलाफ़ गन्ना किसानों का ग़ुस्सा फूटने वाला है? सिर्फ़ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों को किसानों को 11 हज़ार करोड़ रुपये चुकाना है। इसीलिए एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने चिट्ठी लिख कर प्रधानमंत्री मोदी को ‘बड़े स्तर पर विद्रोह’ की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि समय पर पूरे पैसे नहीं मिलने से देश भर में छोटे और हाशिये के गन्ना किसानों में भारी असंतोष है और वे आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
ग़ुस्से में गन्ना किसान ; पवार ने कहा,विद्रोह हो जाएगा
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- 21 Feb, 2019
क्या बीजेपी सरकार के ख़िलाफ़ गन्ना किसानों का ग़ुस्सा फूटने वाला है? सिर्फ़ महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों को किसानों का 11 हज़ार करोड़ रुपये बकाया है। शरद पवार ने मोदी को चेतावनी दी है।

अनुमान है कि अप्रैल तक चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का बकाया बढ़कर क़रीब 20 हज़ार करोड़ तक पहुँच जाएगा। लेकिन मिलें इस हालत में नहीं हैं कि वे किसानों को पैसा दे सकें। इसलिए यह समस्या सरकार के लिए और भी गंभीर हो सकती है क्योंकि अप्रैल में लोकसभा चुनाव की तारीख़ें पड़ेंगी।
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में देश के 75 फ़ीसदी गन्ने का उत्पादन होता है और इन दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है। इधर गन्ने की पेराई का नया सीज़न भी शुरू हो चुका है।