क्या सेना का सियासी इस्तेमाल होना चाहिए? क्या सेना की बहादुरी के नाम पर चुनाव में वोट माँगना चाहिए? क्या देश के प्रधानमंत्री को बालाकोट में हुए सर्जिकल स्ट्राइक का हवाला  देकर नए वोटरों से वोट देने की अपील करनी चाहिए? क्या सेना की तस्वीरों के साथ पार्टी नेताओं के पोस्टर-बैनर चुनाव के दौरान लगाने चाहिए? क्या चुनाव के लिए सेना का सियासी इस्तेमाल देश के लोकतंत्र के लिए ख़तरनाक है और जो लोग ऐसा कर रहे हैं क्या वे देश के संविधान और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ नहीं कर रहे हैं?