पिछले महीने ही खुदरा महंगाई छह महीने के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने की रिपोर्ट आई थी और अब थोक महंगाई बढ़ने की ख़बर आई है। यह रिपोर्ट तब आई है जब आशंका जताई जा रही है कि पेट्रोल डीजल की क़ीमतें बढ़ सकती हैं। ऐसा इसलिए कि देश में आखिरी बार इनके दाम जब 2 नवंबर को बढ़े थे तब कच्चे तेल के दाम क़रीब 85 डॉलर प्रति बैरल थे, लेकिन वही कच्चा तेल अब यूक्रेन रूस युद्ध के बाद लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर है।
थोक महंगाई 13.11% पर; पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने पर क्या हालात होंगे?
- अर्थतंत्र
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- 14 Mar, 2022
देश में महंगाई बढ़ने के संकेतों के बीच थोक महंगाई का सरकारी आँकड़ा आ गया है। जानिए, सरकार के आंकड़े महंगाई पर क्या कहते हैं।

इसी बीच महंगाई बढ़ने की ख़बर आई है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आँकड़ों से पता चलता है कि फ़रवरी में देश भर में थोक मुद्रास्फीति यानी महंगाई बढ़कर 13.11 प्रतिशत हो गई है।