अमेरिका और चीन ने जवाबी टैरिफ़ में भारी कटौती करने का फ़ैसला किया है। यह वैश्विक व्यापार युद्ध को कम करने की दिशा में एक अहम क़दम है। यह समझौता स्विट्जरलैंड के जेनेवा में दोनों देशों की बातचीत के बाद हुआ। इस बातचीत और समझौते को दोनों देशों ने रचनात्मक बताया। इस समझौते के तहत अमेरिका ने चीनी आयात पर टैरिफ़ को 145% से घटाकर 30% करने पर सहमति जताई, जबकि चीन ने अमेरिकी सामानों पर टैरिफ़ को 125% से घटाकर 10% कर दिया। यह राहत 90 दिनों के लिए प्रभावी होगी, जिसके बाद दोनों पक्ष इसका आकलन करेंगे। यह समझौता 14 मई 2025 से प्रभावी होगा और 90 दिनों तक लागू रहेगा।

यह घटनाक्रम तब आया है जब अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से व्यापार युद्ध चल रहा था। इसकी शुरुआत 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में हुई थी, जब उन्होंने चीन पर ग़लत व्यापार नीति और बौद्धिक संपदा की चोरी के आरोप लगाते हुए टैरिफ़ लगाए थे। 2025 में ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में यह तनाव चरम पर पहुंच गया, जब अप्रैल में अमेरिका ने चीनी आयात पर 145% टैरिफ़ लगा दिया। इसके जवाब में चीन ने अमेरिकी सामानों पर 125% टैरिफ़ लगाया।