भारत और यूनाइटेड किंगडम ने एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते यानी एफ़टीए पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और दोस्ती और मजबूत होगी। इस समझौते के तहत भारत ब्रिटिश सामानों पर औसत टैरिफ को 15% से घटाकर 3% करेगा, जबकि यूके भारतीय निर्यात पर 99% टैरिफ लाइनों पर शुल्क ख़त्म करेगा। इस समझौते को भारत का अब तक का सबसे व्यापक व्यापार समझौता माना जा रहा है। यह दोनों देशों के लिए व्यापार, निवेश और रोजगार सृजन में नई संभावनाएं खोलेगा। लेकिन सवाल यह है कि इस समझौते से भारत और यूके में से कौन अधिक फायदा उठाएगा?
FTA: ब्रिटिश सामानों पर टैक्स में भारी कमी; भारत को फायदा या नुक़सान?
- अर्थतंत्र
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- 24 Jul, 2025
भारत-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट यानी FTA के तहत ब्रिटिश उत्पादों पर टैक्स घटने से व्हिस्की, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, कपड़े, स्टील, मेटल और ज्वेलरी समेत कई चीजें सस्ती हो सकती हैं।

कीर स्टार्मर और नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
भारत ने यूके से आने वाले 90% सामानों पर टैक्स कम करने या हटाने का फ़ैसला किया है। अगले 10 साल में 85% ब्रिटिश सामान भारत में बिना टैक्स के आएंगे। मिसाल के तौर पर ब्रिटिश व्हिस्की और जिन जैसे पेय पदार्थों पर टैरिफ 150% से घटकर 75% होगा और दसवें वर्ष तक यह 40% तक कम हो जाएगा। ऑटोमोबाइल सेक्टर में टैरिफ 100% से अधिक से घटकर 10% तक होगा, जो कोटा सिस्टम के तहत लागू होगा।