अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कॉपर आयात पर 50% टैरिफ़ लगाने की घोषणा ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर उद्योगों में चिंता की लहर पैदा कर दी है। इस टैरिफ़ के 1 अगस्त 2025 से लागू होने की संभावना है। इस टैरिफ़ के लागू होने से भारत की महत्वाकांक्षी सेमीकंडक्टर मिशन और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण योजनाएँ प्रभावित हो सकती हैं। हाई क्वालिटी वाले कॉपर के लिए आयात पर निर्भर भारत की सप्लाई चेन में इस टैरिफ़ के कारण बाधा आ सकती है और लागत भी काफ़ी ज़्यादा बढ़ सकती है।
ट्रंप के टैरिफ़ से भारत की सेमीकंडक्टर योजना मुश्किल में?
- अर्थतंत्र
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- 14 Jul, 2025
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित कॉपर टैरिफ़ से भारत की महत्वाकांक्षी सेमीकंडक्टर निर्माण योजना पर असर पड़ सकता है। जानिए कैसे यह टैरिफ वैश्विक सप्लाई चेन और भारत की रणनीति को प्रभावित कर सकता है।

अमेरिका ने कॉपर आयात पर 50% टैरिफ़ की घोषणा 8 जुलाई को की थी। इसका मक़सद अमेरिकी घरेलू कॉपर उत्पादन को बढ़ावा देना है। यह क़दम ट्रंप प्रशासन की 'रेसिप्रोकल' व्यापार नीति का हिस्सा है, जिसके तहत पहले से ही स्टील और एल्यूमीनियम पर 50% टैरिफ़ लागू किए जा चुके हैं। इस घोषणा के बाद वैश्विक कॉपर की क़ीमतों में 10% से अधिक का उछाल देखा गया।