भारतीय अर्थव्यवस्था तो कोरोना संकट के पहले से ही बदहाल है, महामारी ने इसकी कमर तोड़ कर रख दी, अब हाल यह है कि इस साल भी इसके सुधरने की कोई उम्मीद नहीं है। इतना ही नहीं, इसकी बदहाली का जो अनुमान पहले लगाया गया था, स्थिति उससे बदतर होने जा रही है। यानी पहले भारतीय अर्थव्यवस्था की जितनी बुरी स्थिति का अनुमान लगाया गया था, उससे भी बुरी स्थिति की ओर यह बढ़ रही है।
गोल्डमैन सैक्स : और बदतर होगी अर्थव्यवस्था, जीडीपी गिर सकती है -14.8% तक
- अर्थतंत्र
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- 29 Mar, 2025
अंतरराष्ट्रीय रेटिेंग एजेन्सी फ़िच रेटिंग्स ने पहले कहा था कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान भारत की जीडीपी शून्य से 5 प्रतिशत नीचे चली जाएगी, अब इसका कहना है कि यह शून्य से 10.5 प्रतिशत नीचे जाएगी।
