पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 1991 में पेश बजट के तीस साल पूरे होने पर एक बयान देते हुए कहा है कि 'आगे की राह भारत के लिए और चुनौतीपूर्ण है।'
नीति, निर्णय या नेतृत्व के नहीं, अवसरों के नायक हैं मनमोहन सिंह!
- अर्थतंत्र
- |
- 25 Jul, 2021
डॉ. मनमोहन सिंह जब आर्थिक विषयों पर बोलते हैं तो लोग उन्हें कांग्रेस नेता मानकर नहीं सुनते बल्कि एक मंझे हुए अर्थशास्त्री मानकर सुनते हैं। यह तो डॉ. सिंह ही बता सकते हैं कि वे खुद को कांग्रेस नेता मानकर बयान देते हैं अथवा अर्थशास्त्री के नाते बोलते हैं।

इसके साथ-साथ उन्होंने कांग्रेस की तारीफ़ में कसीदे पढ़ते हुए और भी कई बातें कही हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह जब आर्थिक विषयों पर बोलते हैं तो बहुतायत लोग उन्हें कांग्रेस नेता मानकर नहीं सुनते बल्कि एक मंझे हुए अर्थशास्त्री मानकर सुनते हैं। यह तो डॉ. सिंह ही बता सकते हैं कि वे खुद को कांग्रेस नेता मानकर बयान देते हैं अथवा अर्थशास्त्री के नाते बोलते हैं।
बात बयानों की है तो उनके पिछले छह-सात साल में दिए दो और बयानों का उल्लेख ज़रूरी है। 2016 में नोटबंदी को डॉ सिंह ने 'संगठित लूट' कहा था। 2014 में उन्होंने कहा था कि 'उनका मूल्यांकन इतिहास करेगा।'