धीमी रफ़्तार और तेज़ी से सिकुड़ती भारतीय अर्थव्यवस्था पर चौतरफा संकट मंडरा रहा है। हर क्षेत्र में माँग और खपत कम होती जा रही है, उत्पादन गिरता जा रहा है। वाणिज्यिक कामकाज लगभग हर क्षेत्र में धीमी गति से चल रहा है। देश के 22 में से 15 सेक्टर मंदी की चपेट में हैं। आठ कोर सेक्टर में से 5 में निगेविट ग्रोथ यानी शून्य से कम वृद्धि यानी पहले से कम कारोबार कर रहै हैं। इसमें एक नया सेक्टर जुड़ना जा रहा है और वह है टेलीकॉम सेक्टर यानी दूरसंचार क्षेत्र।