दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दो विवादास्पद फ़ैसलों को उलटकर उनकी दोनों बड़ी ग़लतियां सुधार दी हैं। केजरीवाल की पहली ग़लती इलाज के मामले में भेदभाव वाला नियम बनाना था। इसके तहत वे दिल्ली सरकार के अस्पतालों में केवल दिल्ली के नागरिकों का ही इलाज़ करना चाहते थे और बाक़ी लोगों को उनकी किस्मत पर छोड़ दे रहे थे।
कोरोना से लड़ाई में बार-बार चूक रही है केजरीवाल सरकार
- विचार
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- 10 Jun, 2020

कोरोना संकट के ख़िलाफ़ लड़ाई के दौरान केजरीवाल सरकार कई ग़लतियां कर रही है और ऐसा लगता है कि सरकार के पास इस संकट से निपटने की कोई ठोस रणनीति नहीं थी।
केजरीवाल का दूसरा ग़लत फ़ैसला उन लोगों के टेस्ट नहीं करने से जुड़ा था जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। यानी वे कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए संदिग्ध लोगों को भाग्य के भरोसे छोड़कर दूसरे लोगों को भी जोखिम में डाल रहे थे। ये उनकी पहले घोषित फाइव टी वाली नीति के ही ख़िलाफ़ था जिसमें टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर ज़ोर दिया गया था।