बीजेपी नेता और गृहमंत्री अमित शाह ने किस आधार पर दावा किया था कि बीजेपी सरकार 50 सालों तक सत्ता में रहेगी? शाह के इस दावे पर कई साल बाद राहुल गांधी ने इसका आधार बताने का दावा किया है। जानें राहुल का आरोप क्या।
राहुल गांधी ने अब बीजेपी सरकार के 50 साल तक सत्ता में रहने वाले बयान को
'वोट चोरी' से जोड़ दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल ने कहा कि "अमित शाह कहते हैं- बीजेपी सरकार 50 साल तक रहेगी। वो ऐसा इसलिए कहते हैं, क्योंकि वो 'वोट चोरी' करते हैं।"
राहुल ने मंगलवार को बिहार के मधुबनी में
'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान बीजेपी नेता अमित शाह पर यह तीखा हमला बोला। राहुल गांधी ने अमित शाह के दावे को एक सुनियोजित साज़िश करार देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया गुजरात से शुरू हुई और 2014 में राष्ट्रीय स्तर पर लागू हुई।
मधुबनी में एक जनसभा में राहुल गांधी ने कहा, 'कुछ साल पहले अमित शाह ने कहा था कि भाजपा की सरकार 40-50 साल तक रहेगी। मुझे यह सुनकर अजीब लगा कि वे ऐसा कैसे कह सकते हैं। हम सब राजनेता हैं, जनता का मन तो कोई नहीं जानता। लेकिन अब सच्चाई सामने आ गई है। अमित शाह ऐसा इसलिए कह पा रहे थे क्योंकि ये लोग वोट चोरी करते हैं।'
उन्होंने आगे कहा कि यह वोट चोरी बिहार में विशेष गहन संशोधन यानी एसआईआर के दौरान सामने आई है, जिसमें 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, और अब उतने ही मतदाता भाजपा के पक्ष में जोड़े जा रहे हैं। राहुल ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर वोट चोरी करा रहा है।
प्रियंका गांधी का समर्थन
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'भाजपा ने जनता का विश्वास खो दिया है और अब देश भर में वोट चोरी की साजिश रच रही है। बिहार में महंगाई, बेरोजगारी, पलायन, आर्थिक संकट जैसे हर मोर्चे पर नाकाम रही बीजेपी-जेडीयू सरकार जनता का वोट चुराकर सत्ता में बने रहना चाहती है।'
प्रियंका ने यह भी कहा कि संविधान ने हर भारतीय को वोट का अधिकार दिया है, और इस अधिकार को कोई ताकत छीन नहीं सकती। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि वे अपने मताधिकार की रक्षा के लिए एकजुट हों।
अमित शाह की टिप्पणी क्या थी?
राहुल गांधी ने अपने भाषण में अमित शाह के उस पुराने बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने 2018 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दावा किया था कि बीजेपी 2019 का लोकसभा चुनाव जीतेगी और 'अगले 50 साल तक कोई भी BJP को सत्ता से हटा नहीं पाएगा'। इसके बाद उन्होंने विभिन्न मंचों पर इस तरह के बयान दोहराए, जिसमें समय-समय पर 30 से 50 साल तक सत्ता में रहने की बात कही। मार्च 2025 में एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जब वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तब उन्होंने दावा किया था कि बीजेपी कम से कम 30 साल तक सत्ता में रहेगी।
हालाँकि, अमित शाह दावा करते रहे हैं कि वह पार्टी के प्रदर्शन के आधार पर यह दावा करते हैं। शाह ने कहा था कि लोकतंत्र में किसी पार्टी की जीत उसके कार्यों पर निर्भर करती है। अगर कोई पार्टी देश के विकास के लिए काम करती है तो जनता उसे समर्थन देती है। उन्होंने बीजेपी की नीतियों और मेहनत को उन्होंने सत्ता में लंबे समय तक बने रहने का आधार बताया। उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाने, राम मंदिर निर्माण, और समान नागरिक संहिता जैसे बीजेपी के प्रमुख एजेंडों को लागू करने की बात कही।
बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा'
बहरहाल, राहुल गांधी की यह टिप्पणी बिहार में चल रही 16 दिवसीय 'वोटर अधिकार यात्रा' के नौवें दिन आई, जो 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी और 1 सितंबर को पटना में समाप्त होगी। यह यात्रा बिहार में मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए आयोजित की गई है। यात्रा 20 जिलों को कवर करते हुए 1300 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी। इसमें महागठबंधन के सभी सहयोगी दल शामिल हैं, जिनमें आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं।
राहुल ने कहा कि चुनाव आयोग ने 2023 में एक कानून लाकर मुख्य चुनाव आयुक्त को कानूनी कार्रवाई से छूट दी, ताकि 'वोट चोरी बेधड़क हो सके।' उन्होंने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में तारीखों में बदलाव का हवाला देते हुए कहा कि यह साजिश का हिस्सा था।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए इसे कांग्रेस की हार का बहाना करार दिया। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक दिन पहले एक्स पर लिखा था, "कांग्रेस 'वोट चोरी' का रोना रो रही है, लेकिन तथ्य यह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और उसके सहयोगियों को पिछले 35 वर्षों में सबसे अधिक 41% वोट शेयर मिला।"
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वोट चोरी हुई होती, तो कांग्रेस का वोट शेयर कैसे बढ़ता? उन्होंने राहुल पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग लगातार राहुल गांधी के आरोपों को भ्रामक और आधारहीन बताते हुए खारिज कर रहा है। आयोग ने कहा कि मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया पारदर्शी और परामर्शी है, जिसमें सभी राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी होती है। आयोग ने राहुल गांधी को अपने दावों के समर्थन में शपथ पत्र के साथ सबूत पेश करने की चुनौती दी थी।
महागठबंधन की एकजुटता
मधुबनी में राहुल गांधी के साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, सीपीआई (एमएल) के दीपांकर भट्टाचार्य, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार और कांग्रेस नेता शकील अहमद खान शामिल थे। तेजस्वी यादव ने कहा, 'ये लोग न केवल आपका वोट चुराना चाहते हैं, बल्कि आपका अस्तित्व भी। ये सिर्फ वोट चोर नहीं, बल्कि आरक्षण चोर भी हैं। हम बिहार के मतदाताओं को गुजरातियों के हवाले नहीं होने देंगे।' मुकेश सहनी ने कहा, 'लोगों ने इंडिया ब्लॉक को वोट दिया, लेकिन परिणाम उल्टा आया। अब राहुल जी ने तथ्य सामने रखे हैं, लोग समझ गए हैं कि कुछ गड़बड़ है।'
राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के दौरान सामाजिक-आर्थिक मुद्दों को भी उठाया। उन्होंने कहा कि वोट का अधिकार गरीबों, दलितों, अति पिछड़े वर्गों और महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा है कि 'वोट के बिना संविधान का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। संविधान हिंदुस्तान की आत्मा की शक्ति है, और यह शक्ति वोट से आती है।' उन्होंने यह भी कहा कि बिना वोट के लोगों के राशन कार्ड, घर, जमीन और अन्य अधिकार छिन जाएंगे।
अमित शाह के 40-50 साल की सत्ता की टिप्पणी को वोट चोरी से जोड़कर कांग्रेस ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह मामला बिहार विधानसभा चुनावों से पहले और गहरा सकता है, क्योंकि दोनों पक्ष अपनी-अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटे हैं। इस विवाद का अंतिम परिणाम न केवल बिहार की राजनीति को प्रभावित करेगा, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर भी सवाल उठा रहा है।