World Champion Indian Women Cricket Team: भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब विश्व विजेता है। उस पर पुरस्कारों और पैसों की बौछार हो रही है। टीम की कैप्टन हरमनप्रीत कौर की प्रतिक्रिया पढ़ने और समझने लायक है। शेफाली का कहना ही क्या। कई सारी कहानियां इस रिपोर्ट मेंः
महिला विश्व कप क्रिकेट में भारत को जीत दिलाने वाली शेफाली वर्मा और हरमनप्रीत कौर
मुंबई में खुशियां बिखरी हुई हैं। 3 नवंबर की रात को डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई में भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया। आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ट्रॉफी टीम को दी गई। दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर भारत ने अपना पहला वनडे विश्व कप खिताब जीता, जो 1973 से चली आ रही लंबे इंतज़ार का अंत था। यह जीत न केवल मैदान पर एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि उसके बाद देश के नामी पुरुष खिलाड़ियों, भारतीय महिला टीम की प्रतिक्रियाओं, वित्तीय पुरस्कारों और समान मैच नीति के प्रभाव ने भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा: "यह अंत नहीं, शुरुआत है"
मैच समाप्त होते ही कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अंतिम कैच लिया, जिसके साथ ही स्टेडियम में हंगामा मच गया। आंसुओं से भीगी आंखों के साथ हरमनप्रीत ने स्मृति मंधाना के गले लगकर भावुक क्षण साझा किया, जो रोहित शर्मा और विराट कोहली के 2024 टी20 विश्व कप विजय के बाद के आइकॉनिक पल की याद दिला गया।
पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में उन्होंने कहा, "मैं सुन्न हूं, समझ ही नहीं पा रही कि यह हो गया। हर विश्व कप में दिल टूटा था, लेकिन इस बार टीम का विश्वास और भीड़ का साथ अलग था। हमने यह बाधा तोड़ दी है। अब इसे आदत बना लें। यह अंत नहीं, बस शुरुआत है।" हरमनप्रीत ने कहा, दरअसल, हमारी वर्ल्ड कप जीतने का रास्ता उसी रात खुल गया था, जब हम इंग्लैंड की टीम से हारे और हमारी जबरदस्त आलोचना हुई। उसी रात पूरी टीम ने दिलोजान से एकजुट होकर खेलने का फैसला किया और तमाम मुश्किलें आसान होती गईं।
हरमनप्रीत ने कोच अमोल मुजुमदार की तारीफ की, जिन्होंने पिछले कठिन दौर (2024 टी20 विश्व कप की हार) के बाद फिटनेस और टीम बॉन्डिंग पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "भीड़ का धन्यवाद, उन्होंने हमारे उतार-चढ़ाव में साथ दिया।" यह प्रतिक्रिया न केवल व्यक्तिगत राहत दर्शाती है, बल्कि पूरे दशक की मेहनत 2005, 2017 और 2020 की हारों के बाद का प्रतीक बनी। सोशल मीडिया पर Harmanpreet Pride ट्रेंड हुआ, जहां पूर्व खिलाड़ी मिताली राज ने ट्वीट किया, "हरमन, तुमने सपना पूरा किया!"
जेमिमा रोड्रिग्स की प्रतिक्रिया
सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 127 रन बनाकर जेमिमा हीरो बनीं थीं। फाइनल के बाद भावुक नजर आईं। मैच के बाद वे रोते हुए पिता इवान रोड्रिग्स से गले मिलीं, जो पिछले साल की धार्मिक विवाद (खार जिमखाना में पिता की प्रार्थना सभाओं पर प्रतिबंध) के बाद उनका सबसे बड़ा सहारा बने। जेमिमा ने कहा, "मैं बहुत चिंता में थी, लेकिन यह जीत सब कुछ भुला देती है। टीम का माहौल इतना पॉजिटिव था कि हम एक-दूसरे की सफलता का जश्न मनाते थे।" सेमीफाइनल की चिंता (टीम से बाहर होने का डर) के बाद यह फाइनल उनके लिए 'लाइफटाइम इनिंग्स' का विस्तार है।
जेमिमाह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "भगवान ने मुझे यहां भेजा, और टीम ने मुझे उड़ान दी। यह हम सबकी जीत है!" हरमनप्रीत की तरह, जेमिमा ने भी 2024 टी20 विश्व कप की हार का जिक्र किया, लेकिन कहा, "अब हम चैंपियन हैं। यह प्रेरणा बनेगी।" उनकी प्रतिक्रिया ने युवा लड़कियों को प्रेरित किया, खासकर मुंबई जैसे शहरों में जहां महिला क्रिकेट अब घर-घर पहुंच रहा है।
बीसीसीआई ने कहाः भविष्य में पुरस्कार पुरुष टीम जैसे होंगे
जीत के तुरंत बाद बीसीसीआई ने बड़ा ऐलान किया। सचिव देवजित सैकिया ने घोषणा की कि टीम, सहयोगी स्टाफ और चयनकर्ताओं को कुल 51 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। यह राशि आईसीसी के विजेता पुरस्कार (4.48 मिलियन डॉलर, लगभग 37.8 करोड़ रुपये) से भी अधिक है। सैकिया ने कहा, "जय शाह के नेतृत्व में महिला क्रिकेट में क्रांति आई। मैच फीस समानता और पुरस्कार 300% बढ़े। यह जीत महिला क्रिकेट को नई ऊंचाई देगी।" यह पुरस्कार 2024 टी20 विश्व कप विजेता पुरुष टीम के 125 करोड़ के मुकाबले कम है, लेकिन बीसीसीआई ने कहा कि भविष्य में पूर्ण समानता सुनिश्चित होगी। यह 'बौछार' न केवल वित्तीय राहत है, बल्कि महिला खिलाड़ी अब आर्थिक रूप से मजबूत होंगी।
सैकिया ने कहा, "इस नीति ने विश्वास जगाया। अब पुरस्कार भी समान होंगे।" 2024 टी20 विश्व कप की हार के बाद फिटनेस और मानसिक मजबूती पर जोर दिया गया, जो समान फीस से प्रेरित था। नतीजा? पहला विश्व कप। पूर्व खिलाड़ी डायना एडुल्जी ने कहा, "पहले हम अपनी जेब से खर्च करते थे, अब समानता ने क्रांति ला दी।
यह नीति ने महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) को भी बढ़ावा दिया, जिससे इसका दायरा बढ़ा। अब खिलाड़ी आर्थिक रूप से स्वतंत्र हैं, जो लंबे करियर सुनिश्चित करेगी। शेफाली वर्मा की सुपर परफॉर्मेंस
टीम में शेफाली वर्मा की वापसी ड्रामेटिक थी। सेमीफाइनल से पहले वे रिजर्व में भी नहीं थीं, लेकिन प्रतिका रावल की चोट ने उन्हें मौका दिया। फाइनल में उन्होंने 78 गेंदों पर 87 रन ठोके (सबसे तेज भारतीय ओपनर स्कोर विश्व कप फाइनल में), जो पुरुषों के वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड को तोड़ने वाली पहली युवा महिला (21 वर्ष 278 दिन) की फिफ्टी है। गेंदबाजी में भी 36 रन देकर दो विकेट लिया। शेफाली ने कहा, "भगवान ने मुझे यहां भेजा। एक साल बाहर रहने के बाद यह सपना है।" डब्ल्यूपीएल में 304 रन (16 छक्के) बनाने वाली शेफाली ने साबित किया कि समान मैच फीस ने उन्हें मानसिक ताकत दी।
टीम की अन्य महत्वपूर्ण परफॉरमेंस
दीप्ति शर्मा: 5-39 विकेट (टूर्नामेंट की टॉप विकेटटेकर), बल्ले से 58 रन। ऑलराउंड प्रदर्शन से भारत ने लक्ष्य सेट किया।
स्मृति मंधाना: 45 रन, लेकिन भावुक प्रतिक्रिया-"यह अविश्वसनीय रात है।"
अमनजोत कौर: मध्यक्रम में स्थिरता, सेमीफाइनल चेज में महत्वपूर्ण।
इस जीत का इतना महत्व क्यों है
यह जीत भारतीय टीम की लगातार फाइनल हार (2023, 2024 टी20) के बाद नसीब हुई। हालांकि साउथ अफ्रीका की लॉरा वोलवार्ड्ट (100 रन) ने शानदार खेला, लेकिन उनकी मेहतन बेकार गई। यह जीत डब्ल्यूपीएल की सफलता पर आधारित है, जो अब गांव-गांव पहुंचेगी। भविष्य? 2028 ओलंपिक टी20 गोल्ड का लक्ष्य। समान मैच फीस ने साबित किया- महिलाएं अब पुरुषों जितनी ही मजबूत हैं। यह न केवल क्रिकेट, बल्कि भारतीय खेल का नया अध्याय है।