म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप से भारी तबाही हुई है। भारत ने मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाया है। पीएम मोदी ने म्यांमार के जुंटा चीफ से बात की है। वगां से आ रहे वीडियो और फोटो दहलाने वाले हैं। देखिए वीडियो और जानिए पूरी कहानीः
जापान में नए साल पर आए भूकंप से मरने वालों की तादाद हालांकि 13 है। लेकिन जापानी मीडिया का कहना है कि यह संख्या बढ़ेगी। मंगलवार 2 जनवरी को भी जापान में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। जापान के प्रधानमंत्री का कहना है कि अनगिनत मौतें हुई हैं। हालांकि सुनामी का खतरा टल गया है। जापान की मशहूर बुलेट ट्रेन का संचालन अभी भी शुरू नहीं हो पाया है।
जापान में सोमवार को भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया है। जापानी मीडिया के मुताबिक इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.6 दर्ज की गई है। भूकंप के बाद सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली में मंगलवार को भूकंप के जोरदर झटके महसूस किए गए। नेपाल में आए भूकंप के असर से ऐसा हुआ। जानिए, क्या हालात हैं।
शुक्रवार की देर रात अफ्रीकी देश मोरक्को में आए शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या 2000 को पार कर चुकी है। जानिए, भूकंप से कैसी तबाही आई।
राजस्थान में आए भूकंप के झटकों की जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा किए गए हैं, वे बहद डराने वाले हैं। जानिए किस तरह के झटके आए और क्या हालात हैं।
भूकंप से पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में ज्यादा तबाही हुई है। मंगलवार देर रात आए भूकंप से भारत के कई शहरों में लोग दहल उठे।
नेपाल से लेकर उत्तर भारत में भूकंप के झटकों के कुछ देर बाद लखनऊ में एक इमारत ढहने से कई लोगों के हताहत होने की ख़बर है। जानिए कैसे चल रहा है राहत व बचाव कार्य।
सियांजुर में बड़ी संख्या में मकानों को भूकंप की वजह से नुकसान पहुंचा है। भूकंप की तीव्रता को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
नेपाल के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में कुछ सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस होने के बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे शेयर किया था। लगातार आ रहे भूकंप के झटकों की वजह से लोग दहशत में हैं।
दिल्ली में शनिवार रात को फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। शुरुआती खबरों में बताया गया है कि रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.4 मापी गई है। एक हफ्ते में यह दूसरा झटका है।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार समेत उत्तर भारत के कई अन्य हिस्सों में भी तेज झटके महसूस किए गए। हालांकि, अभी तक किसी के घायल होने या किसी अन्य नुकसान की खबर नहीं है।
उत्तर भारत और पूर्वोत्तर के इलाक़े में भूंकप यानी धरती के डोलने-थरथराने का सिलसिला नया नहीं है। लेकिन पिछले कुछ समय से यह सिलसिला बेहद तेज़ हो गया है।