सोशल मीडिया पर एक तसवीर बहुत ज़्यादा चलाई जा रही है- इसमें आंदोलन कर रहे किसानों के हाथों में भीमा कोरेगाँव, शाहीनबाग़ और दिल्ली दंगों के लिए गिरफ्तार किए गए लोगों के पोस्टर हैं। यह तसवीर क्या कहती है?
कई दौर की बातचीत के फ़ेल होने के बाद अब किसान लंबी और जोरदार लड़ाई के लिए मैदान में डट चुके हैं।
किसानों के दिनों-दिन बढ़ते आंदोलन को देखकर सरकार समझ चुकी है कि पानी सिर के ऊपर जा रहा है। ऐसे में सरकार के साथ ही उसके समर्थक भी सिर धुन रहे हैं कि क्या किया जाए।
सरकार ने किसानों को बेवजह ही छेड़ा, वरना आज वे बॉर्डर्स पर नहीं दिल्ली के रामलीला मैदान में बैठे होते क्योंकि दिल्ली आने से 2 महीने पहले से उन्होंने रामलीला मैदान कूच करने की बात कही थी।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। किसानों ने कहा- अब हम रेलवे ट्रैक ब्लॉक करेंगे । बंगाल में टीएमसी बीजेपी में तनातनी, नड्डा के काफिल पर पत्थरबाजी
बीजेपी के नेता लगातार किसानों को खालिस्तान और पाकिस्तान चीन से जोड़ रहे हैं । ये आग से खेलना है ? आशुतोष के साथ चर्चा मे नीरजा चौधरी, संजीव श्रीवास्तव, दीपक वाजपेयी, अकु श्रीवास्तव, आलोक जोशी ।
मोदी सरकार किसानों तक अपनी बात पहुंचाने की लगातार कोशिश कर रही है लेकिन किसानों को डर है कि नए कृषि क़ानूनों के लागू होने से उनकी खेती ख़त्म हो जाएगी।
किसानों के आंदोलन से परेशान मोदी लगातार अपने कृषि क़ानूनों की ख़ूबियों को गिना रही है लेकिन किसानों का कहना है कि ये क़ानून डेथ वारंट की तरह हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आंदोलन : दो हफ्ते में 15 किसानों की हो चुकी है मौत । ब्रिटिश पीएम से किसान पर सवाल पूछा, वो बोले पाकिस्तान पर
आंदोलनकारी किसानों ने आखिरकार केंद्र सरकार का प्रस्ताव ठुकरा कर आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है।
किसान नेताओं को केंद्र सरकार ने जो सुझाव भेजे हैं, वे काफी तर्कसंगत और व्यावहारिक हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सरकार के प्रस्ताव को किसानों ने ठुकराया, आंदोलन तेज़ होगा । सरकार ने कहा था - MSP में देंगे लिखित आश्वासन
मोदी सरकार और बीजेपी संगठन सारी कोशिशें करके थक-हार चुके हैं लेकिन किसान टस से मस होने के लिए तैयार नहीं हैं।
किसानों की सरकार से बातचीत टूट गयी है । किसानों ने आंदोलन तेज करने की धमकी दी है । क्यों नहीं समझ रही सरकार ? आशुतोष के साथ चर्चा में उर्मिलेश, वी एन राय, राजीव पांडे, विनोद अग्निहोत्री और आलोक जोशी ।
किसान मानने के मूड में नहीं क्या करेगी सरकार? क्या भारत में ज़्यादा लोकतंत्र विकास रोक रहा है? गहलोत सरकार को क्यों लगा झटका? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर आंदोलन तेज़ करने की बात कही है। मोदी सरकार को सूझ नहीं रहा है कि आख़िर वह करे तो क्या करे। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। किसान बोले - बीजेपी के जितने मंत्री हैं उनका घेराव करेंगे।किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को खारिज किया, आंदोलन तेज़ होगा
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को खारिज किया, आंदोलन तेज़ होगा । कृषि क़ानून: राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे विपक्षी नेता
अमित शाह के झांसे में नहीं आए किसान! क्या भारत में ‘टू मच डेमोक्रेसी’ है? कोर्ट ने कहा- शौविक को जिन आरोपों में जेल भेजा वे लागू नहीं होते। देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
किसानों को मनाने में भले ही मोदी सरकार ने पूरी ताक़त झोंक दी हो लेकिन किसान टस से मस होने के लिए तैयार नहीं हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। केंद्र सरकार ने किसानों को भेजा प्रस्ताव । राजस्थान : पंचायत समिति के चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत
किसान आंदोलन से हलकान मोदी सरकार अब कृषि क़ानूनों में संशोधन को तैयार है लेकिन किसान इसके लिए तैयार नहीं हैं।
किसानों के तेवरों से बैकफ़ुट पर आई मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं के पुराने बयानों को सामने ला रही है।
दिल्ली से सटे ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे मेरठ के 70 वर्षीय किसान ने एनडीटीवी के संवाददाता से कहा - ‘हम मोदी जी के बड़े शुक्रगुज़ार हैं कि उन्होंने हिन्दू मुसलमान में बँट गए हम लोगों को इस आंदोलन के बहाने दोबारा जोड़ कर एक कर दिया।’
किसान आंदोलन को निपटाने की सोच रही सरकार? यूपी में लव जिहाद रोकने के नाम पर भेदभाव! नवलखा को चश्मा भी नहीं दिया जा सकता है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का ख़ास विश्लेषण। Satya hIndi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। शाह ने अचानक किसान नेताओं को बुलाया! देश भर में दिखा बंद का असर, कांग्रेस-बीजेपी कार्यकर्ता भिड़े