चीन अरुणाचल प्रदेश में 11 जगहों के नाम बदल दिए हैं। इस पर भारत ने उसकी इस हरकत को खारिज कर दिया है। चीन लगातार किसी न किसी मोर्चे पर भारत के खिलाफ कोई न कोई हरकत करता रहता है। हालांकि बीच-बीच में बातचीत की खबरें भी आती हैं।
भारत-चीन ने बुधवार को फिर बातचीत की। भारत ने अपना दूत बीजिंग भेजा था। दोनों ओर से बयान भी जारी हुए। लद्दाख बॉर्डर पर बने गतिरोध को लेकर कोई सफलता नहीं मिली। अलबत्ता दोनों पक्ष 18वें दौर की सैन्य बातचीत के लिए सहमत हो गए हैं।
पूर्वी लद्दाख इलाके में करीब 26 प्वाइंट्स पर भारत गश्त नहीं कर पा रहा है। यह तथ्य कैसे सामने आया, इसका खुलासा आज द हिन्दू अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है। बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने पीएम मोदी पर इस मुद्दे पर हमला किया है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बुधवार को पूर्वी लद्दाख बॉर्डर पर तैनात चीनी सैनिकों से क्यों बात की। अभी वजह साफ नहीं है और भारत ने इस पर प्रतिक्रिया भी नहीं दी है। फिर भी जानिए घटनाक्रमः
तवांग की स्थिति को लेकर अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद तापिर गाव ने 2019 में ही सरकार को चेतावनी दी थी। लेकिन उनकी चेतावनी को अनसुना किया गया। जानिए कि आखिर बीजेपी सांसद तापिर गाव ने चीन के बारे में उस समय और क्या क्या कहा थाः
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । चीन पर सरकार ने चर्चा नहीं होने दी, सवालों के जवाब नहीं दिए। भारत और चीनी सैनिकों की झड़प पर संसद में बोले रक्षामंत्री
तवांग झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का संसद में बयान । लेकिन देश को पता चला मीडिया के ज़रिये । सरकार ने दो दिन तक क्यों छिपाये रखा ? संसद जारी है ? संसद को तो सबसे पहले बताना चाहिये ? वो औपचारिकता भी नहीं निभाई गयी ? क्यों ? कितनी गंभीर है चीन की घुसपैठ की कोशिश?
9 दिसंबर को चीन की सेना और भारतीय सेना में झड़प । ये झड़प अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में । दोनों तरफ़ से कुछ सैनिकों के घायल होने की खबर । क्यों चीन बार बार चीन भारत की सीमा में घुसता है और लड़ता है ? क्या है कारण ? आशुतोष के साथ चर्चा में मशहूर प्रेम शंकर झा और धनंजय त्रिपाठी ।
श्रीलंका ने चीन के जासूसी जहाज को अपने द्वीप पर आने की अनुमति दे दी है। हालांकि भारत ने इस पर पहले ही चिन्ता और आपत्ति जताई थी लेकिन श्रीलंका ने उसे अनदेखा कर दिया।
एक अमेरिकी जनरल ने लद्दाख के पास चीन की गतिविधियों को खतरनाक बताया है। भारत-यूएस जल्द ही संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू करने वाले हैं। उससे पहले यह चेतावनी सामने आई है।
गलवान घाटी का सच सरकार की चुप्पी और अब कांग्रेस के अंदर मतभेद उभरने के बीच उलझ कर रह गया है। चीन का मीडिया जब-तब इस पर कोई न कोई रिपोर्ट जारी कर देता है। राहुल गांधी उस पर चिन्ता जता देते हैं। सरकार चुप रहती है। लेकिन आज कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने जवाब दिया है। सिंघवी के जवाब के बाद राहुल ने फिर ट्वीट करके सरकार को घेरा है।