चीन और भूटान के बीच 25वें दौर की बातचीत काफी सफल रही है। द हिन्दू, फाइनेंशियल एक्सप्रेस और इकोनॉमिक टाइम्स की खबर है कि बातचीत के बाद, चीन और भूटान ने एक महत्वपूर्ण "सहयोग समझौते" पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता बॉर्डर निर्धारण और परिसीमन के संबंध में है। इस संबंध में दोनों देशों की संयुक्त तकनीकी टीम (जेटीटी) आगे की बातचीत कर रही है।
भूटान-चीन में समझौते पर हस्ताक्षर, भारत के लिए चिन्ता की बात क्यों?
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- 29 Mar, 2025
चीन-भूटान की करीबी पर भारत की नजर है। भूटान का भौगोलिक महत्व है और वो भारत के करीब बना रहे, यह सामरिक, भौगोलिक संतुलन के लिए जरूरी है। लेकिन ऐसा लगता है कि भूटान न सिर्फ चीन के साथ अपने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए समझौता करने जा रहा है, बल्कि चीन के साथ औपचारिक राजनयिक संबंध भी स्थापित करने वाला है।

बीजिंग में मंगलवार को भूटान-चीन की बैठक।