Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कुंभ मेले में सरकारी पैसे की जमकर धांधली, कैग की रिपोर्ट में खुलासा। रिपोर्ट: कुंभ मेले में सड़क, ड्रोन, आपदा राहत कोष में की गई धांधली
कोरोना की दूसरी लहर से पहले कुंभ और अब तीसरी लहर की आशंका से पहले कांवड़ यात्रा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काँवड़ यात्रा की अनुमति दे दी है।
कुंभ मेले के दौरान कोरोना की फ़र्जी टेस्टिंग के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में जांच के दौरान पता चला है कि एक अनजान एजेंसी को टेस्टिंग का कांट्रेक्ट दे दिया गया।
कुंभ मेले के दौरान कोरोना की फ़र्जी टेस्टिंग के मामले में उत्तराखंड बीजेपी के दो बड़े नेता आमने-सामने हैं।
चार महीने पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाए त्रिवेंद्र सिंह रावत की नए मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत के साथ तल्खियां बरकरार हैं।
यह प्रसन्नता की बात है कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ-मेले को स्थगित किया जा रहा है। यहाँ पहले शाही स्नान पर 35 लाख लोग जुटे थे। 27 अप्रैल तक चलनेवाले इस कुंभ में अभी लाखों लोग और भी जुटते यानी हज़ारों-लाखों लोग कोरोना के नए मरीज बनते।
देश कोरोना से लड़ रहा है। दवा, अस्पताल, बिस्तर का अभाव है। कोरोना से मुक़ाबला केवल सामाजिक दूरी से हो सकता है। ऐसे में कुंभ का औचित्य क्या है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भले ही कुंभ को प्रतीकात्मक तौर पर मनाने का आह्वान कर कुंभ के समापन पर जो भी संकेत दिया हो, लेकिन बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने दो टूक कहा कि कुंभ की समाप्ति की घोषणा नहीं हो सकती।
कोरोना संकट के बीच कुंभ को प्रतीकात्मक रखने की प्रधानमंत्री मोदी की प्रार्थना पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ने लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना के हालात के मद्देनज़र लोग भारी संख्या में कुंभ में स्नान करने नहीं आएँ।
देश में कोरोना संकट के बीच कुंभ मेले के आयोजन के लिए सरकार और प्रधानमंत्री की आलोचनाओं के बीच अब पीएम मोदी ने कहा है कि कुंभ अब प्रतीकात्मक तौर पर ही जारी रखा जाए।
कोरोना संक्रमण के बीच हरिद्वार में कुंभ मेले को लेकर संतों में गतिरोध पैदा हो गया है। निरंजनी और आनंद अखाड़े ने 17 अप्रैल से कुंभ की घोषणा कर दी थी। लेकिन कुछ संतों ने कहा है कि कुंभ पहले से तय समय तक चलता रहेगा।
गुजरात के कथित ‘विकास मॉडल’ को ही अपने मीडिया प्रचार की सीढ़ी बनाकर नरेंद्र मोदी सात साल पहले एक मुख्यमंत्री से देश के प्रधानमंत्री बने थे।
कोरोना संक्रमण से बने भयावह हालात के बीच भी कुंभ मेला जारी है और अब इसमें 30 साधुओं के कोरोना पॉजिटिव होने की ख़बर आई है।
हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में हालात किस कदर ख़राब हैं, इसका पता यहां आ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों से चलता है।
कोरोना महामारी के भयंकर संक्रमण के बीच हरिद्वार में कुंभ का मेला जारी है। इस मेले में पहुंची लाखों लोगों की भीड़ को संभालने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों को ड्यूटी पर लगाया है।
पिछले साल जब कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए थे तो मीडिया के एक वर्ग द्वारा इसके लिए दिल्ली के निज़ामुद्दीन स्थित मरकज़ में तब्लीग़ी जमात के कार्यक्रम को जिम्मेदार ठहराया गया था।
केंद्र ने एक दिन पहले ही अदालत में लोगों को मरकज़ में जाने की इजाजत देने पर सहमति जताई थी, लेकिन मंगलवार को इसने कह दिया कि राजधानी में नए आपदा प्रबंधन नियमों के तहत सभी धार्मिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हरिद्वार में कुंभ मेले में कोरोना दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के लिए की जा रही आलोचनाओं के बीच एक चिंताजनक रिपोर्ट आई है। हरिद्वार में मंगलवार को 594 पॉजिटिव केस आए।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने एक बार फिर ऊल जलूल सा बयान दिया है। सीएम रावत ने कहा है कि कुंभ की तुलना दिल्ली के मरक़ज़ से नहीं की जा सकती और गंगा मां के आशीर्वाद से यहां कोरोना नहीं फैल सकता।
हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं किया जा रहा है। कई जगहों पर थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हो रही है और कई लोगों ने मास्क भी नहीं लगाए हैं।
हरिद्वार के कुंभ मेले में 12 से 14 अप्रैल तक शाही स्नान चल रहा है और इसमें लाखों लोगों की भीड़ जुटी है।
उत्तराखंड में 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहे कुंभ मेले से पहले राज्य सरकार ने 12 राज्यों से आने वाले लोगों के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया है।
उत्तराखंड हाई कोर्ट ने बुधवार को दिए एक अहम फ़ैसले में कहा है कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ के मेले में आने वालों को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आना होगा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आने वालों पर कोविड—19 निगेटिव रिपोर्ट लाने की अनिवार्यता ख़त्म करने वाला आदेश क्या कुंभ मेले को श्रद्धालुओं के लिए 'महामारी का महाकुंभ' साबित कर देगा?
सनातन संस्कृति के सबसे पावन एवं पुण्यार्जक महापर्व पूर्ण कुंभ का मकर संक्रांति-14 जनवरी से शुरू होने वाला मेला उत्तराखंड की बीजेपी सरकार की कोताही से इस वर्ष आयोजित ही नहीं हो पाया!