क्या भारत और चीन के बीच सबकुछ सामान्य है? यदि ऐसा है तो फिर चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच लगातार झड़पों की ख़बरें क्यों आती रही हैं?
चीन ने सैन्य इरादों से किये जा रहे ढाँचागत निर्माण का सवाल खड़ा कर पूरे विवाद को नया मोड़ देने की कोशिश की है। चीन ने साफ़ कहा है कि दोनों देशों के बीच जो मौजूदा सैन्य तनाव चल रहा है उसकी जड़ में भारत द्वारा ढाँचागत निर्माण ही वजह है।
LAC पर 1975 के बाद पहली बार फ़ायरिंग हुई। क्या है चीन के इरादे और क्या मुमकिन है कूटनीतिक हल? स्मिता शर्मा ने बात की Delhi Policy Group के रिटा. ब्रिगेडियर अरुण सहगल और द हिंदू की कूटनीतिक संपादक सुहासिनी हैदर से।
भारत ने चीन के उस दावे को ख़ारिज कर दिया है जिसमें उसने दावा किया था कि भारतीय सैनिक एलएसी के पार गए थे और 'वार्निंग शॉट फ़ायरिंग' की थी। भारत ने कहा है कि ये चीनी सैनिक हैं जिन्होंने सीमा पर हवाई फ़ायरिंग की है।
चीन की इस हरकत से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य तनाव का तापमान काफी बढ़ गया है। इसी के मद्देनजर भारतीय सेना ने लेह-श्रीनगर राजमार्ग को आम आवाजाही के लिए रोक दिया है।
पैंगोंग त्सो झील के इलाक़े में चीन के सैनिकों की ओर से एक बार फिर भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।
29-30 अगस्त को पैंगोंग त्सो झील इलाक़े में चीन के सैनिकों की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश के बाद सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण हैं।
चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेन्स स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि चीनी सेना की घुसपैठ की समस्या के समाधान के लिए सैन्य विकल्प पर विचार किया जा सकता है।
चीन और भारत सीमा पर तैनात रह चुके कर्नल सुमित सेन (रिटायर्ड ) बता रहे हैं कि लद्दाख़ में चीन के इरादे क्या हैं। क्या वो स्थायी रूप से क़ब्ज़ा के लिए पैंगोंग इलाक़े में आया है।
अब तक के संकेत यही हैं कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच वार्ता में भारी गतिरोध पैदा हो गया है और चीनी सेना ने संघर्ष के इलाक़ों से अपने सैनिकों को और पीछे हटाने से साफ़ इनकार कर दिया है।
20 भारतीय सैनिक शहीद हो गये। सबक़ सिखाने की जगह चीन से वार्ता क्यों?
भारत चीन सीमा विवाद के बीच चीन ने 20 हज़ार सैनिक एलएसी पर तैनात कर दिए हैं और सीमा से क़रीब एक हज़ार किलोमीटर दूर शिनजियांग में 10-12 हज़ार सैनिक पूरी तरह तैयार हैं।
चीन अचानक क्यों भड़का? क्या भारत चीन के बीच युद्ध या टकराव से समस्या हल होगी? पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सलाहकार और चीन भारत संबंध के विशेषज्ञ सुधीन्द्र कुलकर्णी से आलोक जोशी की ख़ास बातचीत।
एक अख़बार के मुताबिक़ यूरोप में तैनात अपने फ़ौजियों को अमेरिका अब भारत की समुद्री सीमा के पास ला रहा है। उधर लद्दाख़ की सीमा पर चीन अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। क्या ये युद्ध के संकेत हैं। वरिष्ठ पत्रकार हरि कुमार खोल रहे हैं राज।
चीन भारत को जंग के लिये उकसा रहा। क्या भारत जंग के लिये तैयार है?
तिब्बत की निर्वासित सरकार के नेता भारत को आगाह कर रहे है। चीन पर भरोसा ख़तरे से ख़ाली नहीं। स्मिता शर्मा ने की बात।
भारत ने अब साफ़ साफ़ कहा है कि चीनी सैनिकों ने भारत चीन के समझौते को तोड़ा है और लद्दाख के गलवान घाटी में घुसपैठ की है।
गलवान में चीनी घुसपैठ अभी भी बरकरार है। PP14 और गलवान घाटी की सैटेलाइट तसवीरें भी आई हैं और सेना के सूत्र भी इसको स्वीकार करते हैं।
भारत चीन सीमा विवाद पर चीन की रणनीति चार क़दम आगे, दो क़दम पीछे की है। चीन ने डोकलाम इलाक़े में भी सौ मीटर और आगे तक अपने सैनिकों को बढ़ा दिया है।
चीन क्या जंग कर के ही मानेगा? क्यों वो भारत पर नये आरोप लगा रहा है?
चीन के विदेश और रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि नई दिल्ली के उकसावे से भारत चीन सीमा विवाद हुआ है। 15 जून की झड़प के लिए भी भारत को ज़िम्मेदार ठहराया है।
भारत चीन सीमा तनाव के बारे में चीनी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने अजीब आशंका व्यक्त की है कि अगर जुलाई में भारत में कोरोना बढ़ा तो भारत दोनों देशों में तनाव बढ़ा सकता है।
लद्दाख में झड़प के बाद चीन गलवान घाटी से हटा है। इसके बाद ही भारत चीन कमांडरों की बैठक का यह फ़ैसला हुआ। हालाँकि चीन की अभी भी आसपास क्षेत्रों में मौजूदगी है।