पूर्वी लद्दाख के सीमांत इलाक़ों में भारत और चीन के बीच सैन्य तनातनी ख़त्म करने के लिये चीनी पक्ष शुरू में जिस तरह अपना रुख़ नरम करता हुआ दिखा वह अब चीन के अड़ियल रुख़ में बदलता हुआ दिख रहा है। अब तक के संकेत यही हैं कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच वार्ता में भारी गतिरोध पैदा हो गया है और चीनी सेना ने संघर्ष के इलाक़ों से अपने सैनिकों को और पीछे हटाने से साफ़ इनकार कर दिया है। यही वजह है कि गत 17 जुलाई को लद्दाख दौरे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सैनिकों को सम्बोधित करते हुए यह कहना पड़ा कि बातचीत चल रही है लेकिन इसका क्या नतीजा निकलेगा वह इसकी गारंटी नहीं दे सकते