यदि चीन बातचीत से सीमा विवाद का हल ढूंढने के प्रति गंभीर होता तो फिर क्या वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर आक्रामक हरकतें कर रहा होता? ताज़ा रिपोर्ट है कि चीन ने 20 हज़ार सैनिक एलएसी पर तैनात कर दिए हैं और सीमा से क़रीब एक हज़ार किलोमीटर दूर शिनजियांग में एक डिवीजन यानी 10-12 हज़ार सैनिक पूरी तरह तैयार हैं। तिब्बत में भी बड़ी संख्या में सैनिकों के हरकत में होने की रिपोर्ट है। इस बीच पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो में भारत के कब्ज़े की ज़मीन पर चीनी सेना द्वारा क़ब्ज़ा जताने के उद्देश्य से साइनेज यानी संकेतक और मैप लगा दिए जाने की भी ख़बर है।