राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण । भाषण के दौरान लगातार विपक्ष की नारेबाज़ी । प्रधानमंत्री का झुँझलाना और नेहरू गांधी परिवार पर निजी हमले करना क्या प्रमाण नहीं है कि वो अपने को फंसा महसूस करते हैं ? क्या वो विपक्ष के हमलों से बौखला गये हैं ?
बिहार में नीतीश और भाजपा का टकराव और बढ़ गया है. नीतीश ने कहा कि मर जाएंगे पर भाजपा में नहीं जाएंगे. उधर उपेंद्र कुशवाहा अलग मोर्चा खोले हुए हैं. आज की जनादेश चर्चा.
भारत जोड़ो यात्रा में विपक्षी दलों के रिस्पॉन्स से मोदी के लिए अच्छे संकेत? क्या विपक्ष लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एतजुट नहीं होगा? अगर ऐसा हुआ तो क्या होगा नतीजा? Sharat Ki Do Took में इसी पर चर्चा
भारत जोड़ो यात्रा की कामयाबी ने सियासी माहौल को कितना बदला है? राहुल गाँधी का नया अवतार 2024 के चुनाव पर क्या असर डाल सकता है? पश्चिम से पूरब की उनकी दूसरी यात्रा में नया क्या होगा और वह क्या प्रभाव पैदा कर सकती है? क्या पार्टी उनकी यात्रा का सही लाभ उठा पा रही है?
यूपी में भाजपा ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए अस्सी सीट जीतने का लक्ष्य रखा है हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में उसकी सीटें और घट गई थी. आज की जनादेश चर्चा.
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । 2024: 60 सीटों पर मुसलिम समुदाय तक पहुंच के लिए BJP ने बनाया मेगा प्लान । कांग्रेस का फोकस SC/ST, 56 सीटों के लिए मिशन होगा शुरू
क्या BJP 2024 में यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत सुनिश्चित करेगी? मिशन 2024 के लिए BJP की तैयारी किस प्रकार की जा रही है? Sharat Ki Do Took में इसी विषय पर चर्चा.
भाजपा इस रणनीति के जरिए उस तबके तक पहुंचने की कोशिश कर रही है जो लंबे समय तक उससे दूर रहा है। भाजपा की राजनीति का बड़ा हिस्सा इस तबके के विरोध पर टिका हुआ है। संघ प्रमुख मोहन भागवत औऱ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालिया बयानों में इस तबके तक पहुंचने के प्रयास किए हैं।
क्यों नहीं हो रही है विपक्षी एकता की कोशिश ? क्यों सुस्त पड़ गये हैं नीतीश ? क्या है ममता का मूड ? क्यों केसीआर, अखिलेश और केजरीवाल क्या विपक्षी एकता के सबसे बड़े दुश्मन है ? क्या विपक्षी एकता की समय से पहले ही मौत हो गयी है ?
नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता के लिए जुटने की बात दोहराई है. क्या यह बहुत आसान है? एक तरह अखिलेश यादव, केसीआर ,अरविंद केजरीवाल तो दूसरी तरफ शरद पवार, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे आदि. क्या यह आसान है?
पीएम मोदी के निर्देश पर बीजेपी की युवा शाखा ने चुनावी अभियान शुरू करने की घोषणा कर दी है। 20 जनवरी से बीजेपी की युवा शाखा के कार्यकर्ता गांव-गांव पहुंचने का कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं।
विपक्षी दलों को जोड़ने के केसीआर की कोशिशों से किसको फ़ायदा होगा? क्या केसीआर खुद को प्रोजेक्ट करने के लिए विपक्षी दलों का मेला लगा रहे हैं? क्या इससे विपक्षी एकता के प्रयासों को धक्का लगेगा? क्या क्षेत्रीय दल काँग्रेस से डरकर अलग गोलबंदी कर रहे हैं? क्या क्षेत्रीय दलों को ये लग रहा है कि काँग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी इसलिए उन्होंने खुद को एकजुट करना शुरू कर दिया है?
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ने के बजाए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ अपना भविष्य तलाश रहे हैं। इस समीकरण का फायदा आखिर किसे मिलेगा। आज की जनादेश चर्चा -
बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से अल्पसंख्यकों की बात भी निकली है। बैठक में पीएम मोदी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि मुस्लिमों के मुद्दे पर अनावश्यक बयानबाजी नहीं की जाए। वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार इसमें मोदी का बदलता रुख देख रहे हैं। उन्होंने अपने अंदाज में इसका विश्लेषण किया है। जानिए उनके विचारः
बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आख़िर क्या फ़ैसला लिया गया? जानिए पार्टी की यह बैठक क्यों अहम थी और इसमें क्या-क्या चर्चा हुई।
बीएसपी प्रमुख मायावती ने गठबंधन को लेकर अपनी रणनीति स्पष्ट की है। उन्होंने रविवार को अपने जन्मदिन के मौके पर कहा कि बीएसपी किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी और अकेले चुनाव लड़ेगी, चाहे वो विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव हो। मायावती ने ऐसी रणनीति क्यों अपनाई, जानिएः
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । 2024 चुनाव में मुकाबला एकतरफा नहीं होगाः अमर्त्य सेन । अमर्त्य सेन: विरोधी दलों को खारिज करने के लिए पर्याप्त आधार नहीं
भाजपा 24 के लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में तैयारी शुरू कर चुकी है. दलित वोटों के लिए लोकसभा की 17 सीटों पर उसकी खास नजर हैं. आज की जनादेश चर्चा.
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने 2024 के आम चुनाव में विपक्ष और अल्पसंख्यकों की भूमिका को लेकर कई बातें कहीं हैं। जानिए क्या-क्या है।
यूपी में 14 लोकसभा सीटों को लेकर बीजेपी इतना बेचैन क्यों है। अचानक उसकी तैयारियों में इतनी तेजी क्यों है, जबकि 2024 का आम चुनाव तो अभी दूर है और यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार मजबूती से जमी हुई है। क्या कुछ चल रहा है यूपी में, जानिएः
त्रिपुरा में माकपा और कांग्रेस के साथ आने से अन्य राज्यों और अन्य दलों के लिए भी रास्ता खुल सकता है?एक राज्य में वे भले टकराए पर बाकी जगह साथ आ जाएं. आज की जनादेश चर्चा.
शरद पवार ने राहुल गांधी को लेकर फिर अपना नजरिया साफ़ किया है. राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा जैसे जैसे अपनी मंज़िल की तरफ बढ़ रही है उसका न सिर्फ ज़न समर्थन बढ़ रहा है ब्लकि विपक्ष भी गोलबंद होता नजर आ रहा है. आज की जनादेश चर्चा.
अमित शाह ने क्यों कहा कि राहुल कान खोल कर सुन ले 1 जनवरी को गगनचुंबी राम मंदिर बन कर तैयार हो जायेगा ? 2024 में अप्रैल मई में लोकसभा चुनाव होंगे ? क्या बीजेपी को मोदी सरकार की उपलब्धियों पर भरोसा नहीं है ? क्या राम ही जिता सकते हैं चुनाव?
राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख की घोषणा को लेकर अमित शाह पर हमला करने के लिए खड़गे ने कल अपनी रैली में राम मंदिर का मुद्दा उठाया। खड़गे ने कहा कि क्या अमित शाह पुजारी हैं? इसके तुरंत बाद राजद नेता जगदानंद सिंह ने भी मंदिर का मुद्दा उठाया। मंदिर फिर से क्यों प्रमुख हो रहा है?
तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने भाजपा को कैसे हराया जा सकता है इसपर एक अखबार में लिखा है. क्या विपक्ष इस बड़ी चुनौती के लिए तैयार हो रहा है?आज की जनादेश चर्चा.
बिहार में जब बीजेपी से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बनाई थी तो नीतीश ने एक तरह से विपक्षी एकता का अभियान छेड़ दिया था, लेकिन उस अभियान का क्या हुआ, क्या उसमें आगे भी कुछ होगा?