पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कल होने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले देश की जनता को सड़कों पर उतरने को कहा है।
इमरान ने पाकिस्तान की अवाम से अपील की कि वह आने वाले चुनाव में उनकी पार्टी को बहुमत दे जिससे उन्हें समझौते न करने पड़ें।
इमरान नंबर गेम में बुरी तरह पिछड़ गए हैं और उनकी हुकूमत का जाना अब तय माना जा रहा है। जानिए अविश्वास प्रस्ताव से पहले अपने संबोधन में उन्होंने क्या कहा।
क्या पाकिस्तान में कुछ बड़ा उलटफेर होने वाला है? आख़िर अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान ख़ान से सेना और आईएसआई प्रमुख क्यों मिले और इमरान ने अपना संबोधन क्यों रद्द किया?
यह पूरी तरह साफ है कि अब कोई बड़ा उलटफेर ही इमरान की हुकूमत को बचा सकता है।
इमरान ने कहा है कि पीटीआई के सभी सांसद हिदायतों को ध्यान में रखें। अविश्वास प्रस्ताव पर आने वाले 3 से 4 दिन के अंदर वोटिंग हो सकती है।
विपक्षी नेताओं के हमलों के कारण इमरान खान की मुश्किलें काफी बढ़ी हुई हैं ऐसे वक्त में पीटीआई के मंत्रियों के जनता के बीच से गायब हो जाने की खबर बताती है कि पीटीआई की हुकूमत के दिन गिने-चुने रह गए हैं।
'नया पाकिस्तान' के नारे के साथ सत्ता पर काबिज होने वाले पाक प्रधानमंत्री इमरान ख़ान क्या अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाएँगे? जानिए, अविश्वास प्रस्ताव से क्या होगा?
विपक्षी दलों ने इमरान खान को हुकूमत से हटाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। पीटीआई के सांसदों की बगावत के कारण इमरान खान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
पाकिस्तानी फौज़ के द्वारा इमरान ख़ान से इस्तीफा देने की खबरों और पीटीआई के 24 सांसदों की बगावत के कारण इमरान खान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
क्या पाकिस्तानी फौज़ ने इमरान ख़ान को हुकूमत से बाहर करने का फ़ैसला ले लिया है। क्या जनरल क़मर जावेद बाजवा इमरान को कुर्सी पर नहीं रहने देंगे?
पाकिस्तान में चारों ओर यही सवाल पूछा जा रहा है कि क्या इमरान ख़ान अपनी हुकूमत को बचा पाएंगे और उनके बाद क्या नेशनल एसेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज़ शरीफ हुकूमत संभालेंगे।