पंजाब में कांग्रेस में कलह ! केरल में भी गुटबाज़ी ! राज्यों में हार के बाद भी कांग्रेस सबक़ क्यों नहीं लेती ! आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद शर्मा, सतनाम मानक, प्रिया सहगल, अंबरीष कुमार और आलोक जोशी ।
पंजाब कांग्रेस में चल रहे सियासी युद्ध के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरूवार को दिल्ली पहुंचे हैं। दूसरी ओर, अमरिंदर से नाराज़ कांग्रेस विधायकों, सांसदों और मंत्रियों ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है।
राज्य कांग्रेस में बिगड़ते हालात को देखकर हाईकमान सक्रिय हो गया है और उसने तीन सदस्यों की एक कमेटी को सभी की बात सुनकर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमले तेज़ कर दिए हैं। उधर, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी आलाकमान से पंजाब में चल रहे झगड़े में दख़ल देने की मांग की है।
कांग्रेस की हालत ये है कि दिल्ली में सक्रिय तमाम बड़े नेताओं से लेकर राज्यों तक में पार्टी के क्षत्रपों के बीच घमासान मचा हुआ है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पंजाब कांग्रेस में बढ़ी कलह, चन्नी के घर जुटे कांग्रेसी। राजस्थान : कांग्रेसी विधायक हेमाराम चौधरी ने सौंपा इस्तीफ़ा । देखिए अब तक की महत्वपूर्ण ख़बरें-
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की लड़ाई एक बार फिर चौराहे पर आ गई है।
चार राज्यों में हाल ही में मिली चुनावी शिकस्त से परेशान कांग्रेस के लिए उसके नेता ही मुसीबत खड़ी करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं।
लंबे वक़्त तक नाराज़ रहने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू आख़िरकार पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिले और यह अब लगभग तय हो गया है कि वह फिर से पंजाब सरकार में शामिल होंगे।
लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पंजाब कैबिनेट से इस्तीफ़ा देकर लंबे वक़्त तक कोपभवन में रहने वाले नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने में लगता है कि कांग्रेस आलाकमान कामयाब हो गया है।
अपनी शेरो-शायरियों और अलग ही अंदाज में भाषण देने की कला से चर्चा बटोरने वाले नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी बीजेपी में लौटने के लिए तैयार हैं।
क्या नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस के लिए एक और राज्य में सियासी संकट खड़ा हो जाएगा।
नवजोत सिंह सिद्धू के बाद एक और कांग्रेसी विधायक पद्मश्री परगट सिंह ने अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।परगट सिंह कांग्रेस के 'बाग़ी' नवजोत सिंह सिद्धू के नज़दीकी दोस्त हैं।
लोकसभा चुनावों में जहाँ कांग्रेस को देशभर में क़रारी हार का सामना करना पड़ा है, वहीं उत्तरी भारत में पंजाब ही एक मात्र ऐसा राज्य रहा जहाँ मोदी लहर का असर नहीं हुआ।