अब कोरोना मृतकों की यह संख्या जोड़ी जाएगी या नहीं, यह इस पर निर्भर करता है कि इन मौतों को इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर प्रोटोकॉल के तहत कोरोना से मौत होना माना जाता है या नहीं।
टैली में आँकड़े बेमेल होने के लिए कुछ निजी अस्पतालों द्वारा एक प्रक्रियात्मक चूक को ज़िम्मेदार ठहराया गया था। इन अस्पतालों को GCC और DPH दोनों को ही कोविड-19 से संबंधित मौतों की रिपोर्ट करना होता है, लेकिन उन्होंने केवल GCC को संख्या की सूचना दी। निगम द्वारा घर में होने वाली मौतों को भी दर्ज किया जाता है, जिसके पास श्मशानों और कब्रिस्तानों की भी ज़िम्मेदारी है।