सरकार के काम को ज़मीन पर उतारना नौकरशाही का काम है। इसलिए किसी भी सफल सरकार का श्रेय नौकरशाही को और सरकार के असफल होने का ठीकरा भी नौकरशाही के सिर फोड़ा जाता है। इंदिरा गाँधी के प्रधानमंत्री रहते हुए उनके प्रधान सचिव पी.एन. हक्सर ने ‘कमिटेड ब्यूरोक्रेसी’ को लागू करने की बात कही थी। ‘कमिटेड ब्यूरोक्रेसी’ का सीधा मतलब यह है कि नौकरशाही सरकारी योजनाओं और नीतियों को लागू करने के लिए पूरी तरह से राजनीतिक दल को समर्पित हो और उसकी विचारधारा के हिसाब से काम करे। परेशानी तब खड़ी होती है जब नौकरशाही का राजनीतिकरण हो जाए। यानी नौकरशाही वह काम करे जिससे सरकार की राजनीतिक मंशाओं को ख़ुराक मिलती हो।
मेरठ एसपी बोले - 'पाकिस्तान चले जाओ'; क्या एक समुदाय के ख़िलाफ़ है पुलिस?
- उत्तर प्रदेश
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- 6 Mar, 2021

प्रतीकात्मक तसवीर।
मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह एक गली में मौजूद मुसलिम समुदाय के कुछ लोगों को धमकाते हैं और कहते हैं कि वे पाकिस्तान चले जाएं।
यहां पर इस बात का जिक्र इसलिए किया गया क्योंकि उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग के नौकरशाहों या अफ़सरों ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे पढ़ने के बाद सवाल उठता है कि क्या यूपी में वास्तव में पुलिस का राजनीतिकरण हो गया है?