प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्र का ज़िक्र कर दिया। इस ज़िक्र में प्रधानमंत्री ने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक परिवार की राजनीति करने वालों का न सिर्फ़ हवाला दिया, बल्कि इस परिवारवाद की नीति के चलते उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे ब्राह्मण चेहरे श्रीपति मिश्र की कुर्सी जाने को इसी परिवारवाद की भेंट चढ़ना बता दिया। प्रधानमंत्री के इसी बयान को लेकर विवाद शुरू हो गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर इतिहास के साथ न सिर्फ छेड़छाड़ की है, बल्कि ग़लत जानकारी से महज वोट बैंक की राजनीति को साधने की कोशिश की है।