उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों पर किसानों का क़रीब 15 हज़ार करोड़ रुपये बक़ाया हो गया है। मिल मालिकों की एसोसिएशन के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कोरोना और लॉकडाउन के कारण बड़े ख़रीददार जैसे मिठाई, चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम बनाने वाले बड़े ग्राहक बहुत कम चीनी ख़रीद रहे हैं जिसके चलते ये संकट पैदा हुआ है। लेकिन किसान नेता वीएम सिंह इसे सरासर झूठ बताते हैं।
यूपी: चीनी मिल मालिकों, सरकार की सांठगांठ से गन्ना किसान तबाह
- उत्तर प्रदेश
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- 31 Oct, 2020

किसान नेता वीएम सिंह का कहना है कि पिछले कई सालों से चीनी मिल मालिक किसानों को महीनों तक लटका कर रखने के बाद भुगतान कर रहे हैं और पिछले साल तो कोई महामारी भी नहीं थी। उनका कहना है कि चीनी मिल मालिक अपना पैसा दूसरे उद्योगों में डायवर्ट कर देते हैं और किसानों का भुगतान रोक कर रखते हैं।
वीएम सिंह का कहना है कि पिछले कई सालों से चीनी मिल मालिक किसानों को महीनों तक लटका कर रखने के बाद भुगतान कर रहे हैं और पिछले साल तो कोई महामारी नहीं थी। सिंह क़रीब 30 सालों से गन्ना किसानों की लड़ाई अदालतों में लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि चीनी मिल मालिक अपना पैसा दूसरे उद्योगों में डायवर्ट कर देते हैं और किसानों का भुगतान रोक कर रखते हैं।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक