क्या हिंसा करने वालों के विरोध में खड़ा होना देशद्रोह है? यदि दीपिका पादुकोण हिंसा के विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने जेएनयू चली गईं तो इसमें क्या देश विरोधी हो गया? हिंसा की तो सभी ने निंदा की थी, फिर दीपिका की फ़िल्म 'छपाक' को बायकॉट करने और देशद्रोही बताने वाले लोग कौन हैं? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।