कनाडा के बाद ऑस्ट्रेलिया में सेंटर-लेफ्ट लेबर पार्टी की जीत के क्या मायने हैं? क्या दुनिया में फिर से दक्षिणपंथ कमजोर पड़ रहा है? क्या यह वैश्विक स्तर पर डोनल्ड ट्रंप की उग्र नीतियों और दक्षिणपंथी विचारों के लिए बड़ा झटका है और आने वाले दिनों में दुनिया में बड़े बदलाव का संकेत है?

ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय चुनाव में सेंटर-लेफ़्ट लेबर पार्टी की शानदार जीत से न केवल सिडनी की सड़कों पर उत्साह की लहर दौड़ गई, बल्कि इससे व्हाइट हाउस में भी हलचल मच गई। यह चुनाव सिर्फ़ ऑस्ट्रेलिया की सत्ता का सवाल नहीं था, बल्कि डोनाल्ड ट्रम्प की उग्र नीतियों और उनकी वैश्विक नकल के ख़िलाफ़ एक जनमत संग्रह के तौर पर भी देखा जा रहा है। जब ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने दूसरे कार्यकाल के लिए चुनावों में जीत दर्ज की तो यह साफ़ हो गया कि ऑस्ट्रेलियाई मतदाताओं ने 'मेक ऑस्ट्रेलिया ग्रेट अगेन' वाली नकल को ठुकराकर स्थिरता और अपने मूल्यों को चुना।