इज़राइल पर हमास का यह हमला अचानक नहीं था। दो साल से इसकी तैयारी चल रही थी। यह बेहद ही गुप्त अभियान था। इतना गुप्त कि हमले से पहले तक कुछ लोगों को छोड़कर हमास में भी इसके बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं थी। दो लोगों ने योजना बनाई। एक मास्टरमाइंड था। इज़राइल को इसकी भनक तक नहीं लगी और उसके ही सैनिकों के सामने हमास के लड़ाकों को इस अभियान के लिए ट्रेनिंग दी गई। ऐसा दावा हमास के ही सूत्रों ने किया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यात न्यूज़ एजेंसी रायटर्स ने सूत्रों के हवाले से यह ख़बर दी है।