लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।
हरियाणा के मतदाताओं के मन में क्या चल रहा है? वे किसको हराने और जिताने के बारे में किस तरह से सोच रहे हैं? हरियाणा के खांटी पत्रकारों का दिलचस्प विश्लेषण-
क्या बीजेपी एक बार फिर से जाट बनाम अन्य के ज़रिए चुनाव जीत पाएगी? कांग्रेस उसके इस दाँव से कैसे निपट रही है?
क्या राहुल गाँधी की हत्या की साज़िशें रची जा रही हैं? कौन मारना चाहता है राहुल को और क्यों? हत्या की धमकियाँ देने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं करते मोदी-शाह?
मोदी के पहले सौ दिन कैसे रहे क्या सरकार के दावों में कोई दम है? क्या राहुल गाँधी और विपक्ष के हमलों ने सरकार बीमार, लाचार कर दिया है?
मोदी की रैली फ्लॉप होने और मतदाताओं की नाराज़गी ने बीजेपी का संकट कितना बढ़ा दिया है? क्या अब कांग्रेसी ही उसकी लाज बचाएंगे?
राहुल गाँधी ने अमेरिकी दौरे से क्या हासिल हुआ? क्या वे प्रधानमंत्री द्वारा गढ़े गए नरेटिव और छवि को तोड़ पाए?
महाराष्ट्र के बारे में लोक पोल का जनमत सर्वेक्षण क्या कहता है? क्या सरकार बचा पाएगा? क्या इंडिया उसे पछाड़कर सरकार बना सकता है?
राहुल गाँधी की अमेरिका यात्रा में क्या करेंगे, किनसे मिलेंगे? क्या अपनी पिछली यात्राओं की तरह वे इस बार भी मोदी सरकार को बेनक़ाब करेंगे?
क्या मोदी सरकार विपक्ष के द्वारा चलाई जा रही है? क्या विपक्ष ने उनकी अकड़ ढीली कर दी है?
मोदी सरकार जातिवार जनगणना तो करवाएगी, मगर स्वर्ण वर्चस्व को बचाने के लिए वह उसमें कई पेंच फंसा सकती है। राजनीतिक- सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव से डॉ. मुकेश कुमार की बातचीत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जाति जनगणना के मामले में अपना रुख़ एकदम से क्यों बदल लिया? क्या विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए माहौल ने उसे झुकने के लिए मजबूर कर दिया? अब प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के सामने क्या रास्ता बचा है?
क्या राहुल गाँधी अब बीजेपी से युवाओं को भी छीनने जा रहे हैं? उनकी इस चुनौती का मोदी-शाह क्या जवाब देंगे?
क्या किसान आंदोलन के बारे में भड़काऊ बोल कंगना की गिरफ़्तारी का कारण बनेंगे? उनके ख़िलाफ़ एएफआईआर की मांग क्या रंग लाएगी? क्या मोदीजी उन्हें फिर बचाएंगे?
ममता बैनर्जी के इस्तीफ़े की मांग करने वाला पश्चिम बंग छात्र समाज कौन है? इस संगठन से कौन लोग जुड़े हुए हैं? क्या इसके नवन्ना अभियान के पीछे बीजेपी और संघ हैं?
मोदी सरकार ऐसे फ़ैसले क्यों ले रही जो राहुल के एजेंडे में हैं? क्या राहुल का डर मोदी पर हावी हो चुका है?
बेंगलुरु की एक महिला कारोबारी ने ब्राह्मण जीन लिखकर अपना फोटो सोशल मीडिया पर डाला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर दूसरी पोस्ट में ब्राह्मणों की तारीफ की है और कहा कि वे आज जो कुछ हैं अपने दम पर हैं, उन्हें आरक्षण का कोई लाभ नहीं मिलता। अनुराधा तिवारी नामक इस महिला की इस बात पर बहस तो हो रही है लेकिन क्या उनकी टिप्पणी नस्लवादी और जातिवादी है। सत्य हिन्दी डॉट कॉम के संपादक डॉ मुकेश कुमार की टिप्पणीः
Mood of the nation survey: BJP सरकार से जनता भारी नाराज़ है. केवल 27% लोग ही सरकार से संतुष्ट हैं. जबकि 44 फीसदी जनता असंतुष्ट हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल और मोदी में अंतर काफी घटा है. तो क्या हरियाणा बीजेपी के हाथ से जा रहा है? हरियाणा और J&K अगर हारी तो महाराष्ट्र का क्या होगा? देखिए The Daily Show में इस विषय पर चर्चा.
दो महीने का कार्यकाल प्रधानमंत्री मोदी के बारे में क्या कहता है? क्या वे अब एक कमज़ोर प्रधानमंत्री रह गए हैं? क्या ये उनके बुरे दिनों की शुरुआत है? यही हाल रहा तो उनकी छवि का क्या होगा?
कोलकाता कांड से निपटने में ममता बैनर्जी किस तरह फँसती चली गईँ? उनका डैमेज कंट्रोल अभियान क्यों काम नहीं आया? इस सियासी हादसे से क्या वे उबर पाएंगी?
नौकरशाही में सीधे नियुक्तियाँ करके मोदी सरकार क्या हासिल करना चाहती है? क्या वह बड़ी कुर्सी पर किसी संघी को बैठाना देगी? क्या आरक्षण को ख़त्म करने का ये भी एक तरीक़ा है? क्या नौकरशाही पर अडानी-अंबानी का कब्ज़ा हो जाएगा?
अमृतकाल में ये कैसी घटनाएँ घट रही हैं? राम मंदिर चूने लगा, अयोध्या का राम पथ धंस गया, लाखों की स्ट्रीट लाइट चोरी हो गईं, ज़मीनों की लूट का पर्दाफ़ाश हो गया, जगह-जगह पुल गिरने लगे, रेलें पटरियों से उतरने लगीं…?
प्रधानमंत्री ने लाल क़िले से अपने भाषण में मौजूदा सिविल कोड को सांप्रदायिक क्यों कहा? क्या ये बाबा साहब अंबेडकर और संविधान निर्माताओं का अपमान नहीं है? क्या उन्हें देश से माफ़ी नहीं मांगनी चाहिए?
मोदी तिरंगे को लेकर इतनी अपील क्यों कर रहे हैं? बीजेपी तिरंगे को लेकर इस कदर उत्साहित क्यों है? क्या हिंदुत्व को तिरंगे से प्रेम हो गया है? हिंदुत्ववादियों की तिरंगे के बारे में क्या राय रही है?
आख़िर वे कौन से सवाल हैं जिनके जवाब मोदी सरकार नहीं देना चाहती? हिंडेनबर्ग के भँडाफोड़ से बचने के लिए कांग्रेस पर हमला करने की उसकी रणनीति कितना काम करेगी? क्या ED द्वारा राहुल गाँधी से पूछताछ से लोगों का ध्यान बँटेगा?
क्या तेलुगू देशम पार्टी यानी टीडीपी ने मोदी सरकार के साथ खेल कर दिया? क्या टीडीपी के बदले रुख़ ने उसे वक्फ़ विधेयक को संसदीय समिति भेजने के लिए मजबूर होना पड़ा? क्या
शेख़ हसीना से क्या चूक हुई क्या वे स्थिति को संभाल सकती थीं? क्या अब कट्टरपंथियों की सत्ता में वापसी हो सकती है? फौज खुद सत्ता की बागडोर में हाथ लेगी या चुनाव करवाएगी?