अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने इस्तीफ़े का एलान करने वाले अपने ख़त में लिखा है कि हुर्रियत के घटक दल जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म होने के बाद लोगों का नेतृत्व करने में असफल रहे हैं।
कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने का सिलसिला गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और गुजरात से होता हुआ आगे बढ़ता दिख रहा है। लेकिन क्या इसके लिए सिर्फ़ ऑपरेशन लोटस जिम्मेदार है?
बिहार में चुनाव सामने है और आरजेडी के तमाम सियासी हमलों के बीच सवाल पूछा जा रहा है कि क्या नीतीश के नेतृत्व में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन सत्ता में वापसी कर पाएगा?
ज्ञानी हरप्रीत सिंह के बयान के बाद खालिस्तान का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है। भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों के मुताबिक़, आईएसआई भारतीय सिखों को भड़का रही है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद रावण 15 मार्च को अपनी राजनीतिक पार्टी का एलान करेंगे। रावण 2022 के विधानसभा चुनाव के लिये एंटी बीजेपी फ्रंट बनाने में जुट गये हैं। रावण की नज़र दलित, मुसलिम और ओबीसी वोट बैंक पर है। लेकिन क्या रावण मायावती, अखिलेश जैसे पुराने नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश में एक मजबूत राजनीतिक विकल्प बन पायेंगे?
ट्रंप ने कहा है कि मोदी ने उन्हें बताया है कि अहमदाबाद में एयरपोर्ट और स्टेडियम के बीच 70 लाख लोग होंगे। लेकिन आख़िर अहमदाबाद में 70 लाख लोग कहां से आएंगे।
दिल्ली के चुनाव नतीजों से क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ख़ुश हैं? बिहार के चुनाव में क्या जेडीयू और एलजेपी सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी पर दबाव बना सकेंगे।
ऐसा लग रहा है कि पुलिस नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में आवाज़ उठाने वालों को बर्दाश्त करने के लिये तैयार ही नहीं है। वह डंडे के दम पर आवाज़ को दबा देना चाहती है।