असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी पर केंद्रीय स्कीम का लाभ उठाने का आरोप लगा है। इस वजह से सरमा पर भी करप्शन का आरोप कांग्रेस ने लगाया है। सरमा ने सभी आरोपों का खंडन किया है। लेकिन यह जानना दिलचस्प है कि जिस केंद्रीय स्कीम की बात हो रही है, वो स्कीम क्या है, सरमा की पत्नी ने किस तरह लाभ उठाया।
लगातार विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अब राहुल गांधी के नाम को लेकर टिप्पणी की है। जानिए, कांग्रेस ने क्या जवाबी हमला किया।
असम में मुस्लिम व्यापारी से अवैध वसूली के लिए पुलिस ने प्रताड़ित किया, जिहादियों से संबंध बताकर एनकाउंटर की धमकी दी। जानिए, आईपीएस सहित पाँच पुलिसकर्मी कैसे पकड़े गए।
असम में विवादास्पद क़ानून अफ्सपा को क्या इस साल के आख़िर तक पूरी तरह हटा लिया जाएगा? जानिए, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने क्या कहा है और क्यों यह क़ानून विवादास्पद है।
अंगकिता ने अपने ट्वीट में उन्होंने श्रीनिवास पर आरोप लगाया कि वह लगातार उन्हें परेशान कर रहे हैं, और छह महीने से महिला होने के कारण उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं।
राहुल गांधी को अब एक और मानहानि का मुक़दमा झेलना पड़ सकता है। जानिए, आख़िर क्यों पूर्व कांग्रेसी नेता और मौजूदा असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने मानहानि के मुक़दमे की चेतावनी दी है।
असम में बाल विवाह कानून के तहत गिरफ्तारियों का आंकड़ा विधानसभा में पेश किया गया। इंडियन एक्सप्रेस ने आंकड़ों का विश्लेषण किया है। इससे पता चलता है कि इस कानून का मुसलमानों की गिरफ्तारी के लिए जमकर दुरुपयोग किया गया है।
असम में बाल विवाह कानून के तहत हो रही गिरफ्तारियों पर सवाल उठ रहे हैं। गोहाटी हाईकोर्ट ने 9 लोगों को इन मामलों में जमानत देते हुए बीजेपी सरकार से पूछा है कि इन पर पॉक्सो कैसे लगाया जा सकता है।
असम में बाल विवाह कानून की आड़ में गिरफ्तारियों का मामला गंभीर होता जा रहा है। तमाम विवाद होने के बावजूद पुलिस ने गिरफ्तारियों को नहीं रोका। इसमें तमाम तरह की नाइंसाफी होने की बात सामने आ रही है।
बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार के इस अभियान में लगातार हो रही गिरफ्तारियों पर राज्य भर में विरोध बढ़ता जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सर्मा ने इस पर पीछे न हटने के संकेत देते हुए कहा कि उन्हें ऐसे लोगों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है।
असम में बाल विवाह करने वाले लोगों की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की गई हैं। असम सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि इसकी आड़ में मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। हालांकि मुस्लिम इलाकों में भारी गिरफ्तारियां हुई हैं।
असम सरकार ने अवैध मदरसों पर बुलडोजर चलाने के बाद छोटे मदरसों को बड़े मदरसों में विलय करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। क्या कट्टरवाद को रोकना ही इसका मकसद है या कुछ और भी।