हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8/9 विमानों की अतिरिक्त जाँच के आदेश दिए। मंत्री नायडू ने बताया, 'कुल 33 विमानों में से 31 परिचालन विमानों की जाँच की गई, जिसमें 8 विमानों में मामूली खामियाँ पाई गईं। इन खामियों को ठीक करने के बाद विमानों को परिचालन के लिए मंजूरी दे दी गई। शेष दो विमान नियमित रखरखाव के तहत हैं।'
डीजीसीए के पास एक निगरानी और ऑडिट ढांचा है, जिसमें नियमित और अनियोजित निरीक्षण, स्पॉट चेक, रात के समय निगरानी और सभी ऑपरेटरों व रखरखाव संगठनों के लिए रैंप निरीक्षण शामिल हैं।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने हादसे पर एक आंतरिक मेमो में कहा कि प्रारंभिक जाँच रिपोर्ट ने कई सवाल खड़े किए हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कारण या सिफारिश सामने नहीं आई है। उन्होंने पायलटों और विमान की फिटनेस का बचाव करते हुए कहा कि ईंधन की गुणवत्ता या टेकऑफ रोल में कोई समस्या नहीं थी और पायलटों ने उड़ान से पहले अनिवार्य ब्रेथलाइजर टेस्ट पास किए थे। विल्सन ने सभी से आग्रह किया कि जांच पूरी होने तक जल्दबाजी में निष्कर्ष न निकालें।